फरीदाबाद, 13 दिसम्बर। पृथला के विधायक एवं हरियाणा भण्डारण निगम के चैयरमैन नयनपाल रावत ने श्रीमद्भागवत गीता में प्रचीन भारतीय संस्कारों के प्रचार प्रसार से भारत देश विश्व गुरु बना है। गीता मनुष्य को जीवन जीने की राह दिखाती है। यदि हम गीता के संदेशों को अपने दैनिक जीवन में धार लें तो यह मनुष्य के जीवन बेहतरी की ओर लेकर जाती है। विधायक नयनपाल सोमवार को सेक्टर-12 कन्वेंशन सेंटर में आयोजित जिला स्तरीय अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि कन्वेंशन हाल में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता तिगांव के विधायक राजेश नागर ने की। जिला स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का दूसरे दिन भी शुभारंभ यज्ञ हवन के साथ किया गया। इसके बाद उन्होंने गीता प्रदर्शनी व विभिन्न विभागों व सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण कर बारिकी से अवलोकन किया।
अपने संबोधन में भण्डारण निगम के चैयरमैन नयनपाल रावत ने कहा कि देश में प्रधानमंत्री मंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल नेतृत्व में सरकारें देश के स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को आजादी के अमृत महोत्सव के तहत प्रदेश भर में अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव जिला स्तर पर आयोजित किए जा रहे है।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के लिए जिला प्रशासन व जिला वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि श्री मदभगवतगीता ग्रंथ विश्व का सबसे बड़ा आधुनिक मनुष्य जीवन शैली पर आधारित ग्रंथ है। इस ग्रंथ के विचारों को आमजन तक पहुंचाने के लिए सरकार सराहनीय कदम उठा रही है। विश्व में श्रीमद्भगवतगीता का पहला संदेश भगवान गुरु श्री कृष्ण ने अपने शिष्य अर्जुन को गीता ग्रंथ के 18 अध्याय और 700 श्लोकों में मनुष्य के आधुनिकतम जीवन का पूरा वर्णन किया गया है। यह मानव जीवन को स्वच्छ बनाकर निष्काम भावना से कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। जिला स्तरीय अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में अध्यक्षता विधायक राजेश नागर ने की।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव अजय गौड़ ने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता मनुष्य के जीवन की हर समस्याओं के समाधान का निचोड़ है। श्रीमद्भागवत गीता ग्रन्थ में मनुष्य के आधुनिक जीवन में आने वाली हर समस्या का समाधान का रास्ता मिलता है।
सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के हर व्यक्ति को श्री मदभगवत गीता ग्रन्थ के सार का का पूरा ज्ञान हो और उस ज्ञान को अपने जीवन में ढाल कर समाज के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि हरियाणा में वर्ष 2014-15 से लगातार हर वर्ष जिला स्तर पर और राज्य स्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव आयोजित किए जा रहे हैं। ताकि आमजन विश्व के सब मानव जीवन पर आधारित श्रीमद्गीभगवत गीता ग्रंथ को अपने जीवन में ढाल कर समाज के लिए काम करें। भगवतगीता ग्रंथ में स्पष्ट लिखा है जैसा कर्म करोगे वैसा ही फल भुगतोगे। अच्छे कर्म करोगे तो अच्छा भुगतान होगा और बुरे कर्म करोगे तो बुरा भुगतना पड़ेगा।
जिला प्रशासन की तरफ से एडीसी सतबीर मान ने जिला स्तरीय अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में आए हुए सभी मेहमानों का तहे दिल से स्वागत किया। उन्होंने अभिनंदन करते हुए कहा कि श्रीमद भगवत गीता ग्रंथ एक मात्र ऐसी रचना है जिसमें मनुष्य के जीवन दर्शन का पूरा वर्णन किया गया है। किस प्रकार मनुष्य विवेक के साथ अपना जीवन जी सके।श्रीमद्भागवत गीता ग्रंथ में आम मनुष्य के जीवन भर की समस्याओं का समाधान का पूरा वर्णन किया गया है। विश्व का यह सबसे बड़ा ग्रंथ है जहां स्वयं गुरु ने अपने शिष्य को गीता का उपदेश दिया। भारतवर्ष दुनिया की उपदेश के क्षेत्र में गुरु भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अपने शिष्य अर्जुन को दिए गए उपदेश के क्षेत्र में सबसे श्रेष्ठ भूमि है। भगवान श्री कृष्ण ने गुरु के रूप में अपने शिष्य अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। जब तक मानव इस धरती पर आएगा तब तक यह श्रीमद् भागवत गीता ग्रंथ का संदेश यूं ही सर्वश्रेष्ठ रहेगा। उन्होंने कहा कि मनुष्य के कर्म योग पर आधारित गीता का संदेश है। आधुनिक जीवन में गीता संदेश मनुष्य के जीवन का एक मूलभूत जरूरत है।
अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के दूसरे दिन दीप प्रज्वलित कर साथ जिला स्तरीय अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर नगर निगम की महापौर सुमन बाला, गंगा शंकर मिश्र, एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोकचंद, एसडीएम बड़खल पंकज सेतिया, सीटीएम पुलकित मल्होत्रा, डीआईपीआरओ राकेश गौतम सहित तमाम विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे।