Faridabad News : उन्नत मैकेनाइज्ड रेलपथ अनुसरण के लिए 6 अप्रैल 2018 को नई मशीन 09-3एक्स डायनेमिक टैम्पिग एक्सप्रेस को आज फरीदाबाद ओल्ड रेलवे स्टेशन से श्री एम.के. गुप्ता, सदस्य इंजीनियरी, रेलवे बोर्ड द्वारा हरी झण्डी देकर रवाना किया गया।
इस अवसर पर श्री गुप्ता ने बताया कि आगामी छह माह के भीतर ऐसी सात और मशीनें भारतीय रेलवे की रेलपथ अनुरक्षण हेतु 874 मशीनों के बेड़े में शामिल किये जाने की योजना है, जिन्हें भारी यातायात वाले मार्गों पर तैनात किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्य रूप से श्री नवीन चोपड़ा, प्रमुख मुख्य अभियंता उत्तर रेलवे, श्री ए.के खंडेलवाल, कार्यकारी निदेशक रेलपथ मशीन, रेलवे बोर्ड और साइप्रिंड फिंक, प्रबंध निदेशक प्लासर इंडिया, उत्तर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सी.आर. राणा भी फरीदाबाद में इन मशीनों के निरीक्षण और शुरुआत के दौरान मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
श्री गुप्ता ने बताया कि लगभग 27 करोड़ रुपये की की लागत वाली नई 09-3एक्स डायनेमिक टैम्पिंग एक्सप्रेस नवीनतम उच्च आउटपुट वाली एकीकृत टेम्पिंग मशीन है, जिसके विविध फंक्शन हैं जो अभी तक अलग-अलग मशीनों द्वारा किये जाते रहे हंै। यह प्री एवं पोस्ट टै्रक ज्यामिती की पैमाइश कर सकती है, अपेक्षित ज्यामिती के अनुसार टे्रक को ठीक कर सकती है, एक साथ तीन स्लीपरों को टैम्प कर सकती है, लोड के अंतर्गत पोस्ट टैम्पिंग टै्रक पेरामीटरों को स्टेबलाइज कर सकती है तथा उसकी पैमाइश कर सकती है। श्री गुप्ता ने बताया कि इससे एक अलग स्टेब्लाइजेशन मशीन की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी जिससे परिचालन लागत और टै्रक पोजेशन टाइम में कमी आएगी। यह मशीन रेलगाडिय़ों के सुरक्षित आवागमन के लिए ढ़ीली पड़ी पत्थर की गिट्टी को वाइब्रेट एवं कांपेक्ट करेगी। इन मशीनों का निर्माण मेक इन इंडिया प्रयास के तहत आयातित कलपुर्जों के साथ भारत में ही किया गया है। उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्षों के दौरान भारतीय रेलवे के अनुरक्षण बेड़े में 42 और ऐसी मशीनें शामिल किये जाने की योजना है। इससे भारतीय रेलवे पर रेलपथों की संरक्षा, विश्वसनीयता और बचत में और सुधार होगा। श्री गुप्ता ने बताया कि ऐसी उन्नत रेलपथ अनुरक्षण मशीनों के तात्कालीक व्यावाहरिक प्रशिक्षण के लिए एक नया 3-डी आधुनिकता टेम्पिंग सिम्युलेटर हाल ही में भारतीय रेलपथ मशीन प्रशिक्षण केन्द्र इलाहाबाद में भी स्थापित किया और आरंभ किया गया है। इस प्रकार का उन्नत प्रौद्योगिकी वाला सिम्युलेटर इस समय भारत सहित केवल पांच देशों में उपलब्ध है।