बौद्धिक संपदा अधिकारों के मूल सिद्धांतों पर ई-कार्यशाला

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Faridabad News, 12 March 2021 : डीएवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, फरीदाबाद के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन सेल के सहयोग से रिसर्च प्रमोशन सेल ने एमबीए और एमसीए के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए 12 मार्च, 2021 कोई वर्कशॉप का आयोजन किया।

सत्र का विषय फंडामेंटल ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स था और दिन की वक्ता पुणे के आई एल एस लॉ कॉलेज की सहायक प्रोफेसर डॉ सुवर्णा एस निलख थी।उन्होंने व्यवसायों के लिए बौद्धिक संपदा के महत्व और इसे संरक्षित करने की आवश्यकता क्यों है, पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहाकि बौद्धिक संपदा अधिकार उपभोक्ता संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वे किसी उत्पाद की गुणवत्ता की पहचान करने में मदद करते हैं।उन्होंने कहाकि नवाचार को बढ़ावा देने के लिए बौद्धिक संपदा संरक्षण महत्वपूर्ण है।

विचारों की सुरक्षा के बिना व्यवसाय और व्यक्ति अपने आविष्कारों के पूर्ण लाभों को प्राप्त नहीं करेंगे और अनुसंधान और विकास पर कम ध्यान केंद्रित करेंगे। इसी तरह, कलाकारों को उनकी रचनाओं के लिए पूरी तरह से मुआवजा नहीं दिया जाएगा।हमारी बौद्धिक संपदा की सुरक्षा बौद्धिक संपदा उपभोक्ताओं के लिए मूल उत्पादों की उपलब्धता और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आर्थिक विकास और उन्नति के लिए सामग्री पुरस्कार सुनिश्चित करती है।

प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉ संजीव शर्मा और वाइस प्रिंसिपल डॉ रितु गांधी अरोड़ा ने इस ई वर्कशॉप के आयोजन के लिए संयोजक, रिसर्च प्रमोशन सेल डॉ सुनीता बिश्नोई और टीम के सदस्यों डॉ गुरजीत कौर, सुश्री प्रीति बाली, डॉ जूही कोहली, डॉ दीपक शर्मा, सुश्री रितु गौतम और सुश्री अर्चना मित्तल, इन्फ्रास्ट्रक्चरलस पोर्ट के लिए डॉ महेन्द्र बिश्नोई, तकनीकी सहायता के लिए डॉ आशिमा टंडन और हरीश रावत और मीडिया समर्थन के लिए सुश्री रीमा नांगिया और सुश्री वंदना जैन के प्रयासों की सराहना की।

 

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