Faridabad News, 11 may 2020 : प्राइवेट स्कूल प्रबंधक मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने ट्यूशन फीस में ही अन्य फंडों को मर्ज (सम्मिलित) कर दिया है और उसी को ट्यूशन फीस कहकर अभिभावकों से फीस जमा कराने को कह रहे हैं। अभिभावक ट्यूशन फीस का ब्रेकअप मांग रहे हैं लेकिन ब्रेकअप नहीं दे रहे हैं ।डीपीएस सेक्टर 19 व 81, मानव रचना सेक्टर 14, एपीजे 15, ग्रैंड कोलंबस, डी ए वी सेक्टर 14 आदि स्कूलों के पेरेंट्स द्वारा दी गई इस प्रकार की शिकायत को हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने चेयरमैन फीस एंड फंड रेगुलेटरी कमेटी कम मंडलायुक्त फरीदाबाद को भेजकर दोषी स्कूलों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है। मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा व संरक्षक सुभाष लांबा ने बताया है कि स्कूल प्रबंधक एक तो बढ़ाई गई ट्यूशन फीस मांग रहे हैं दूसरा उसमें उन्होंने कई फंडों को मर्ज करके उसे ही ट्यूशन फीस का नाम दे दिया है और उसी में फीस जमा कराने के लिए अभिभावकों पर दबाव डाल रहे हैं और यह भी कह रहे हैं कि फिलहाल अभिभावक ट्यूशन फीस जमा कराएं। एनुअल चार्ज व अन्य फंडों को लेने के लिए बाद में कहा जाएगा। जिला सचिव डॉ मनोज शर्मा ने बताया कि जब अभिभावकों ने अप्रैल 2019 में जमा करा गई ट्यूशन फीस और अब मांगी जा रही ट्यूशन फीस का मिलान किया तो काफी बढ़ोतरी मिली है जबकि शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कहा है कि स्कूल प्रबंधक मासिक आधार पर बिना बढ़ाई गई ट्यूशन फीस ही लें, ट्यूशन फीस में कोई हिडन चार्ज ना जोड़ें और ट्यूशन फीस का ब्रेकअप दें । लेकिन स्कूल प्रबंधक शिक्षा विभाग के किसी नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। मंच ने यह यह भी आरोप लगाया है कि सेंट एंथोनी, सेंट कार्मेल, मॉडर्न डीपीएस ,डीपीएस व अन्य स्कूल प्रबंधक नर्सरी, एलकेजी के 3 साल के बच्चों के अभिभावकों पर ऑनलाइन पढ़ाई कराने के लिए दबाव डाल रहे हैं और होमवर्क दे रहे है वह सिर्फ इसलिए कि वे उनसे फीस लेने के हकदार हो जाएं। कैलाश शर्मा ने कहा है कि मंच की ओर से चेयरमैन एफएफआरसी व जिला शिक्षा अधिकारी को इस विषय पर कई पत्र लिखे जा चुके हैं लेकिन उन पर कोई भी उचित कार्रवाई नहीं की गई है अब मंच ने प्रिंसिपल सेक्रेट्री शिक्षा महावीर सिंह को पत्र लिखकर स्थानीय शिक्षा विभाग के रवैए की जानकारी दी है।