ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को मिले उत्तम शिक्षा : डा. मोतीलाल गुप्ता

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Faridabad News, 22 Nov 2018 : भारतवर्ष की उन्नति के लिए आवश्यक है कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को उत्तम गुणवत्ता युक्त शिक्षा के साथ-साथ पोषक आहार, यूनिफॉर्म, पढ़ाई की सामग्री, स्वास्थ्य सेवाएं इत्यादि नि:शुल्क दी जाएं। इसके लिए हम सबको मिलकर प्रयास करना होगा, तभी हम शिक्षित एवं संपन्न समाज की कल्पना कर सकते हैं। उक्त विचार डा. मोतीलाल गुप्ता ने वीरवार को साईधाम में आयोजित एक प्रैसवार्ता में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए रखे। उन्होंने आशा व्यक्त की, कि भारत के सामाजिक कार्यकर्ता इस कार्य को पूर्ण रूप से आगे बढ़ाने की कृपा करेंगे। डा. मोतीलाल गुप्ता ने प्रैसवार्ता में कुछ सुझाव देते हुए कहा कि अगर हम इन सुझावों पर गौर करें तो शिक्षा के स्तर को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने इसमें सबको मिलकर सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि गांव के बहुत से लोग बड़े शहरों में चले गए हैं और उनके घर खाली पड़े हैं। उनसे सम्पर्क करके उनके परिजनों की याद में उन मकानों में विद्यालय चलाए जा सकते हैं। पहले से चल रहे विद्यालयों में दोपहर 3 से 5 बजे के समय अनुमति लेकर वहां अपना धर्मार्थ विद्यालय चलाया जा सकता है। इसके अलावा विद्यालय स्थापित करने के लिए 2 से 5 एकड़ भूमि दान लें और वहां पर दान देने वाले परिवार के पूर्वजों की याद में विद्यालय बनाए जाएं। एक ट्रस्ट पंजीकृत करा सकते हैं, जिसमें साईधाम आपको एक ड्राफ्ट ट्रस्ट डीड भेजकर आपकी मदद कर सकता है। आप अपनी सोच के हिसाब से उसमें संशोधन कर सकते हैं। इसके अलावा आप भूमि मानचित्र की प्रति भेजेंगे तो साईधाम विद्यालय के डिजाइन कराने में मदद कर सकता है। डा० मोतीलाल गुप्ता ने सरकार की जमीन अधिग्रहण नीति में सुधार और कोऑपरेटिव फार्मिंग को बढ़ावा देने की बात कही। ताकि उन किसान परिवारों में जिनके पास बंटवारे के बाद आधा या एक एकड़ भूमि रह जाती है और कृषि उनके लिए फायदे का सौदा नहीं रह जाती। कोऑपरेटिव फार्मिंग के द्वारा किसानों के बच्चों में खेती के प्रति दिलचस्पी बढ़ेगी और उनको इसका लाभ भी मिलेगा। इस मौके पर डा० मोतीलाल गुप्ता ने 25 नवम्बर को साईधाम में होने वाले सामूहिक विवाह समारोह के लिए भी आमंत्रित किया और जानकारी देते हुए बताया कि साईधाम अब तक 888 गरीब कन्याओ का सामूहिक विवाह आयोजित करवा चुका है। प्रतिवर्ष 100 कन्याओं की शादी यहां पर कराई जाती है। वीरवार को साईधाम में विदेशी सैलानियों का एक डेलीगेशन भी आया, जिन्होंने शिरडी साई बाबा स्कूल में 200 बच्चों को जूते पहनाए।

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