Faridabad News : मेट्रो अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ रोहित गुप्ता की तरफ से ओपीडी परिसर में हेल्थ चेकअप कैंप का आयाेजन किया गया। जिसमें अनेक लोगों ने हिस्सा लिया। इस कैंप में कई मरीज ऐसे भी सामने आए जो लंबे समय से चेहरे के भयंकर दर्द से जूझ रहे है। इस दर्द की वजह से उन्हें न दिन में चैन आता है न रात को आराम।
अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ रोहित गुप्ता ने कहा कि यह एक खास किस्म की बीमारी है। जिसमें रोगी के एक साइट के चेहरे पर दर्द होता है। यह एक न्यूरोपैथिक (नर्वस सिस्टम या तंत्रिका तंत्र से संबंधित) विकार है, जिसमें मरीज के चेहरे पर बहुत दर्द होता है । यह दर्द ट्राइजेमिनल नामक तंत्रिका(नर्व) से पैदा होता है । यह तंत्रिका चेहरे पर संवेदना और जबड़ों की गतिविधि जैसे काटना और चबाना में दर्द पैदा करती है। उन्हाेंने कहा कि इस रोग की सही पहचान नहीं हो पाने के कारण लोगों द्वारा अक्सर इसे माइग्रेन या दांतों की परेशानी समझ लिया जाता है । इसलिए रोग की सही जांच बहुत जरूरी है । ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया आसानी से काबू में नहीं आता, लेकिन इलाज के कुछ विकल्पों के द्वारा इसे दूर किया जा सकता है । ग्लाइसेरॉल इंजेक्शन, रेडियो फ्रीक्वेंसी आदि से इसका इलाज किया जा सकता है। उन्हाेंने कहा कि कैंप में करीब 60 मरीजों की जांच की गई। जिसमें 5 से 7 मरीज ट्राइजेमिनल के सामने आए हैं।
बीमारी के लक्षण
– मरीज को चेहरे पर बहुत तीव्र दर्द होता है। यह दर्द जो कुछ सेकंड से लेकर कई मिनटों या घंटों तक भी रह सकता है।
– मरीज के कानों में दर्द हो सकता है।
– आंखों और होंठों पर दर्द।
– नाक, सिर, माथा, गालों, दांतों या जबड़ों में दर्द होना।