मेले और त्यौहार भारतीय संस्कृति का प्रतीक : शास्त्री
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Faridabad News : पारंपरिक मेले और त्यौहार भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। इनको मिल जुलकर उत्साह के साथ मनाया जाना चाहिए। ऐसे मेलों से पारस्परिक प्रेम और भाईचारा बढ़ता है। यह बात मार्किट कमेटी के चेयरमैन मुकेश शास्त्री ने ओल्ड फरीदाबाद स्थित माता बराही तालाब पार्क में लगे मेले का उदघाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि माता बराही शहर की ईष्ट देवियों में शामिल है। इन्ही की कृपा से शहर में अमन और शांति हेतू श्रद्धालु पूजा अर्चना करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्षों से चली आ रही इस परंपरा को हमारे बुजुर्गों और युवाओं ने सहज कर रखा हुआ है। इस मेले से बढ़े भाईचारे के कारण लोग बड़े ही उत्सुक्ता से इसका इंतजार करते हैं तथा मेले का आनंद उठाकर भरपूर मनोरंजन का लाभ उठाते हैं। उल्लेखनीय है कि यह तलाब पहले पानी से भरा हुआ था लेकिन सूखने के बाद इसे पार्क का मूर्त रूप दिया गया। मेले के ठेकेदार नत्थू गिरी ने बताया कि मेले में बड़े-बड़े झूलों, मौत के कुओं तथा बच्चो के लिए भी विभिन्न प्रकार के मनोरंजन के साधन उपलब्ध करवाए गए हैं। इस अवसर पर फारूख खान, नितिन जैन, लक्ष्मन पहलवान, भगवत, प्रताप ङ्क्षसह सहित अनेक लोग उपस्थित थे।