फरीदाबाद, 27 अक्टूबर। अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान ने कहा कि जिला में सक्षम युवाओं द्वारा सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार सक्षम युवाओं द्वारा जिला में घर-घर जाकर एंट्रेस परिवारों की पहचान करके उनके परिवार पहचान पत्र बनाए जाएंगे। इसके अलावा जिन परिवारों के पहचान पत्र किसी कारण वंश बाकी रह गए हैं उन परिवारों के पहचान पत्र भी सक्षम युवाओं द्वारा बनाए जाएंगे।
अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान ने आज बुधवार को स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में सक्षम युवाओं को एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिला में लगभग 13500 एंट्रेस परिवार है जिनकी पूरी पहचान करके उनकी वार्षिक आय सहित उनकी जांच करके उनके परिवार पहचान पत्र बनाए जाएंगे। इसके अलावा ऐसे परिवार जिन परिवारों के परिवार पहचान पत्र नहीं बने हैं, उन परिवारों के भी परिवार पहचान पत्र सक्षम युवाओं द्वारा बनाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सक्षम युवा सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार घर- घर जाकर परिवार मुखिया के सहयोग से परिवार की पूरी डिटेल अपडेट ऑनलाइन करेंगे और उनके सिग्नेचर करवा कर उनका प्रिंट भी परिवार के मुखिया को दिखाकर ऑनलाइन करना सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा जिन परिवारों में नए सदस्य आ गए हैं, उनके मैरिज सर्टिफिकेट तथा अन्य जरूरी कागजात पूरे करके भी उन परिवारों को भी परिवार पहचान पत्र में शामिल करने का काम युवा सक्षम सक्षम युवाओं द्वारा किया जाएगा।
एडीसी सतबीर मान ने कहा कि जिला में लगभग 190000 परिवार हैं, जिनके परिवार पहचान पत्र सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार बनाए जा रहे हैं। यह काम अधिकतर पूरा कर लिया गया है। अब जिला में केवल दो किस्म के परिवार बचे हैं। उन परिवारों की पहचान करके उनके सर्टिफिकेट सत्यापित/ अनुसरण करके उनके परिवार पहचान पत्र बनाए जाएंगे। इसके लिए सक्षम युवाओं को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। उनमें परिवार पहचान पत्र बनाने के लिए जो भी जरूरी सुविधाएं है पर अपलोड करने हैं। इस बारे उन्हें जानकारी प्रशिक्षण में दी गई है।
अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार सरकार की लगभग 582 सेवाएं ऑनलाइन की गई है। अब सरकार की सभी जनकल्याणकारी नीतियों का सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार इन जनकल्याणकारी नीतियों का लाभ ऑनलाइन ही लाभार्थियों को दिया जाएगा। इसके लिए परिवार परिवार पहचान पत्र बनाना अनिवार्य हो गया है।
एनआईसी के जिला निदेशक मुनेश बाबू अग्रवाल व उनकी ने सक्षम युवाओं को एक दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण दिया है। तकनीकी प्रशिक्षण के दौरान सक्षम युवाओं को परिवार पहचान पत्र बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एप के बारे में भी विस्तार पूर्वक तकनीकी जानकारी दी गई।