Faridabad News, 28 April 2021 : कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा का आरोप है कि कोरोना संक्रमण की इस महामारी के खिलाफ जंग में फरीदाबाद और गुरुग्राम के लाेगों के स्वास्थ्य अधिकारों का हनन हो रहा है। राज्य सरकार ने इन दोनों ही प्रमुख महानगरों में हुडा सेक्टरों में निजी अस्पताल संचालकों को सस्ती दरों पर जमीन उपलब्ध कराई थी। यह जमीन सस्ती दरों पर इसलिए उपलब्ध हो पाती है कि सेक्टरवासियों के आवंटित प्लाट से पहले ही सेक्टर की जमीन,विकास कार्यों की लागत ले ली जाती है। इसके पीछे का उद्देश्य यह रहा था कि सेक्टरवासियों को उनके सेक्टर में ही सस्ती दरों पर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल जाएं। इसी तरह स्कूल साइट की बिक्री होती है। मगर दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि फरीदाबाद व गुरुग्राम के अस्पतालों में दिल्ली सहित दूसरे राज्यों के मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। इसके पीछे भी निजी अस्पतालों के स्वार्थ की जांच होनी चाहिए। जबकि पहला हक संबंधित फरीदाबाद के अस्पताल में फरीदाबाद वासियों का होना चाहिए।
रेमडेसिविर के लिए बनाई कमेटी के लिए जताया आभार
विधायक नीरज शर्मा ने रमेडेसिविर इंजेक्शन के लिए सरकार द्वारा बनाई गई नई नीति का स्वागत किया है। शर्मा के अनुसार इस नीति से अब मरीज के परिजन परेशान नहीं होने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सुझाव उन्होंने सरकार को दिया था कि तीन डाक्टरों का पैनल यह तय कि किस मरीज को इस इंजेक्शन की जरूरत है। अब सरकार ने एसडीएम अपराजिता की निगरानी में यह कमेटी बनाई है। शर्मा ने केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर से जिला में कोरोना संक्रमितों की चिकित्सा व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा की। नीरज शर्मा ने गुर्जर से बातचीत में यह भी मांग दोहराई कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की तरह अस्पतालों में बेड उपलब्धता की भी निगरानी की जाए। इसके लिए भी एक कमेटी का गठन हो। मरीज को बेड उसकी आर्थिक हैसियत की बजाय उसकी बीमारी देखकर मिलना चाहिए। गुर्जर ने शर्मा को आश्वस्त किया कि वे शीघ्र ही इस बाबत मुख्यमंत्री मनोहर लाल से चर्चा करेंगे।