Faridabad News : फरीदाबाद के शिल्पी भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को उनके जन्मदिन पर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने याद किया। तिकोना पार्क स्थित यमुना रक्षक दल के कार्यालय में बिहार विमर्श इंटरनेशनल, डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेमेारियल ट्रस्ट और यमुना रक्षक दल के संयुक्त तत्वाधान में जयंती समारोह का आयोजन किया गया। उपस्थित अतिथियों ने डॉ. प्रसाद के चित्र पर पुष्प अर्जित कर उन्हें याद किया।
बिहार विमर्श इंटरनेशनल के सलाहकार डॉ. आर एन सिंह ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद के दूरदर्शी नजर ने इस शहर को गढ़ा। उन्हीं के प्रयास से इसकी गिनती महत्वपूर्ण शहरों में हुई। यह सभी फरीदाबादवासियों के लिए गौरव की बात है कि फरीदाबाद विकास बोर्ड के चेयरमैन देश के प्रथम राष्ट्रपति बने। डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेमोरियल ट्रस्ट के महासचिव अरूण कुमार सिंह ने कहा कि दुखद स्थिति यह है कि यहां के राजनीतिक दल के नेताओं ने प्रथम राष्ट्रपति के कार्यों को उतना मान सम्मान नहीं दिया। जिसे देना चाहिए था। उनकी याद में भव्य संग्रहलय का निर्माण होना चाहिए। युवा पीढ़ी को यह मामूल है कि यह शहर भारत के प्रथम राष्ट्रपति की कर्मभूमि रही है। भोजपुरी अवधि समाज के पूर्व अध्यक्ष रामाकांत तिवारी व सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप गुप्ता ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद सादगी व सरलता के प्रतिमूर्ति थे। ऐसा नहीं होता तो उस समय में कांग्रेस के चोटी के नेताओं में से एक थे। लेकिन एक बार महत्मा गांधी के कहने पर एक छोटे से फरीदाबाद विकास बोर्ड के चेयरमैन बनकर इस शहर को संवारने का पद स्वीकार किया। यह उनकी महानता थी। यह सहजता सभी को सीखने की जरूरत है। इस अवसर पर आजम खान, सूर्य प्रताप सिंह, दिनेश सिंह आदि उपस्थित थे।