Faridabad News, 07 Dec 2018 : दस वर्ष पहले जबरदस्ती अधिग्रहण की गई। नहर पार की जमीन को लेकर नहर पार के किसानो की एक बैठक गांव बडौली में आयोजित की गई दस वर्षो से सैकड़ो एकड़ जमीन का अभी तक कोई भी सरकार ने हल नही निकाला है जबकि सभी किसानो ने आजतक अपना मुआवजा तक नही उठाया और ना ही अपनी जमीनो पर कब्जा दिया। बैठक की अध्यक्षता किसान संघर्ष समिति ग्रैटर फरीदाबाद के अध्यक्ष शिवदत्त वशिष्ठ एडवोकेट ने की सभी किसानो ने अपने-अपने विचार रखते हुए कहा कि बार-बार सरकार से बातचीत के बावजूद भी जबदस्ती अधिग्रहित जमीन का कोई भी हल नही निकाला जा रहा है। कई-कई बार किसान स्थानीय मंत्री व विधायको से मिल चुके है और अधिग्रहित जमीन का हल निकालने के लिए अपने दस्तावेज अधिकारियो को भी दे चुके है। नहर पार के पांच गावो की सैकडो एकड जमीन को मात्र 16 लाख रूपये प्रतिएकड के हिसाब से तत्तकालीन सरकार ने अधिग्रहित कर लिया था उस समय किसानो ने अपनी जमीनो पर सरकार को कब्जा नही लेने दिया और कई बार लघु-सचिवाल फरीदाबाद में किसान आंदोलन करते रहे है। वशिष्ठ ने कहा कि सैक्टर-75 व 80 की सैकडो एकड जमीन का मामला कई बार मुख्यमन्त्री के समक्ष रख चुके है उन्होने बैठक में जोर देकर कहा कि जल्द ही किसानो का प्रतिनिधि मण्डल सरकार के प्रतिनिधियो से मिलकर इस समस्या का चुनावो से पहले हल निकालने का आग्रह करेगा किसान मास्टर जय नारायण ने कहा कि टुकडे पडी हुईघ्जमीन का वर्तमान सरकार अधिग्रहण नही कर सकती क्योकि सरकार कानून बना चुकी हैघ् कि टुकडो में पडी जमीन को तुरन्त किसानो को वापिस किया जाएगा। बैठक में सैकड़ो किसान मौजूद थे।