नए कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर पंजाब और हरियाणा के किसान डटे

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Faridabad News, 06 Dec 2020 : एनएसयूआई फरीदाबाद के दिग्गज छात्र नेता सन्नी बादल पिछले काफी दिनों से चुप बैठे हुए थे। आज उन्होंने किसानों के समर्थन में मध्य प्रदेश, ग्वालियर, राजस्थान, आगरा, मथुरा, होडल, पलवल, फरीदाबाद से दिल्ली कूच कर रहे किसानों को मुजेसर मथुरा रोड पर माला पहनाकर किसानों का स्वागत किया व सन्नी बादल ने किसानों के साथ दिल्ली कूच किया और बयान देकर हरियाणा की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है। आपको याद दिला दें कि केंद्र की नए कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर पंजाब और हरियाणा के किसान डटे हैं। सरकार के साथ किसानों की बातचीत लगातार जारी है और किसानों ने 8 तारीख को भारत बंद का ऐलान किया है।

इस आंदोलन को लेकर एनएसयूआई फरीदाबाद के छात्र नेता सन्नी बादल ने कहा कि किसानों का जो आंदोलन चल रहा है उस बारे में मेरा यह कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समय की नजाकत को देखते हुए फौरन तीनों कानून रद्द कर देनी चाहिए. जो आज दिल्ली बॉर्डर पर किसान जमा हैं, वह सभी धर्मों के सभी जातियों के, सारे देश के लोग वहां पर हैं. उनकी भावना के खिलाफ कानून बनाए रखना यह बहुत बड़ी बेवकूफी होगी और इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा, जिसके परिणाम बहुत गंभीर होंगे। किसान कोई साधारण मनुष्य नहीं है, वह इस देश को चलाता है। देश की सीमाओं की रक्षा तक किसान का बेटा करता है। किसान को नाराज करना बहुत बड़ी गलती होगी। उन्होंने कहा कि जब डोर हाथ से चली जाएगी तो फिर दोबारा वापस डोर पकड़ना मुश्किल है और हरियाणा सरकार के बारे में मैं यह कहना चाहता हूं कि स्पेशल सेशन बुलाकर तीनों कानून को रद्द करने के लिए रेगुलेशन भेजना चाहिए हरियाणा सरकार की तरफ से।

आपको याद होगा कि कृषि कानून की आग देश के दूसरे राज्यों तक भी पहुंच गई है। हरियाणा और पंजाब के इन किसानों छात्र संगठनों के साथ, बिहार में आरजेडी का भी समर्थन मिला है. ट्रक और श्रमिक यूनियनों ने भी किसानों के साथ खड़ा होने का ऐलान किया है। इस मौके पर सहीराम रावत,विजय गोदारा, उपकार सिंह, गजना लांबा, परमिता चौधरी, सुंदरी मुजेसर, विष्णु जांगड़ा मौजूद रहे।

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