New Delhi News, 19 March 2019 : होली के त्योहार का आग़ाज़ हो चुका है! यह वो त्योहार है, जिसे सभी जाति-धर्म के लोग भेद-भाव भुलाकर आपसी भाई-चारे के साथ हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। सच मानि, तो, होली त्योहार के आते ही चारों ओर ख़ुशियों का ही माहौल आ जाता है। लेकिन, क्या आपको पता है कि जहां एक ओर हम टेक्नोलाॅजी के समय में आगे बढ़ रहे हैं, वहीं इसका असर आज हमारे त्योहार मनाने के तौर-तरीक़ों में भी साफ़ देखा जा सकता है।
पुरानी दिल्ली के चांदनी चैक के सदर बाज़ार में स्थित राज भाई राखी वाला के नाम से प्रसिद्ध श्री राज बताते हैं, ‘‘हमें इस बिज़नेस में तक़रीबन एक लम्बा अरसा हो गया है। वैसे देखा जाए, तो होली के त्योहार और इसे मनाने के तौर-तरीक़ों में काफ़ी हद तक बदलाव आया हैं। पहले जहां सिम्पल स्टील की प्रेशर वाली पिचकारियां ही चलतीं थीं, वहीं आज लोगों में और ख़ासकर बच्चों में सुंदर और डिज़ाॅइनर पिचकारियों की डिमाॅन्ड में काफ़ी इज़ाफ़ा हुआ है।
इन्हीं पारंपरिक पिचकारियों को आज की माॅडर्न टेक्नोलाॅजी के साथ मिलकर एक सुंदर और डिज़ाॅइनर रूप देने के लिए कम्पनियों के साथ हमने भी अपने क्रिएटिव हाथ आजमाते हुए आज बच्चों के टेस्ट और इंटेरस्ट को ध्यान में रखते हुए मार्केट में उनके पसंदीदा डाॅरेमाॅन, शिज़ूका, हगीमाॅरो, शिनचाॅन, बाॅर्बी डाॅल, फ़िरोज़न डाॅल, छोटा भीम, मोटू-पतलू, बाल गणेशा, बैन-टैन, हल्क, एवैन्जर्स, इत्यादि, जैसे फ़ेमस काॅर्टून्स वाली पिचकारियां बड़े पैमाने पर और वाजिब दामों में उपलब्ध करवा रहे हैं। और, जहां तक बात है, होली के रंगों की, तो हमारे यहां उच्चतम क्वाॅलिटी के गुलाल से लेकर पानी में मिलाने वाले सभी रंगों की वैराॅइटीज़ मौजूद हैं। और, यह सभी रंग हर्बल हैं और स्किन के लिए भी सुरक्षित हैं। आज छोटे बच्चों में अपने पसंदीदा काॅर्टून्स वाली पिचकारियों की डिमाॅन्ड्स ज़ोर पकड़तीं नज़र आ रहीं हैं। इन पिचकारियों में इतना पानी आ जाता है कि आप एक बार में एक व्यक्ति को पूरा गीला कर सकते हैं और आनन्द ले सकते हैं होली के पावन त्योहार का।