Faridabad News, 17 Feb 2020 : प्रेम नगर एवं पटेल नगर के लोगों के सिर पर लटकी तोडफ़ोड़ की कार्यवाही के मामले में अब नया मोड़ ले लिया है। सिंचाई विभाग के एडिशनल चीफ सैक्रेटरी देवेंद्र सिंह ने गुरुग्राम नहर किनारे बसे 7 हजार मकानों की वस्तुस्थिति की मांगी रिपोर्ट। रिपोर्ट में कब और कितने मकान यहां बने हुए हैं इससे संबंधित स्थानीय अधिकारियों से मांगी है रिपोर्ट। रिपोर्ट के आधार पर होगा मकानों के तोडफ़ोड़ पर फैसला। जिले में सिंचाई विभाग के अधिकारी कर रहे हैं उच्च अधिकारियों के आदेश का इंतजार, क्योंकि जब तक एडिशनल चीफ सैक्रेटरी या मुख्यमंत्री के आदेश नहीं हो जाते, सिंचाई विभाग किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं करेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिंचाई विभाग फरीदाबाद से एडिशनल चीफ सैक्रेटरी को भेजी गई रिपोर्ट में 1985 से मकानों को बना हुआ बताया गया है। जिससे प्रेम नगर एवं पटेल नगर के लोगों को फौरी राहत मिलती दिख रही है। उक्त मामले में अहम भूमिका निभाने वाले युवा कांग्रेसी नेता गौरव चौधरी ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के सामने उठाया था। जिसके बाद उन्होंने लोगों की बातें सुनी और आश्वासन दिया था कि अगर सुप्रीम कोर्ट के आदेश नहीं हुए तो इन झुग्गियों को नहीं तोड़ा जाएगा। गौरव चौधरी ने उप मुख्यमंत्री की बात पर भरोसा जताया और उनका धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग की रिपोर्ट में स्वयं उल्लेखित है कि ये झुग्गियां 35 वर्षों से अधिक समय से बसी हुई है और पानी, बिजली सहित सभी सुविधाएं यहां पर उपलब्ध हैं। ऐसे में सरकार का फर्ज बनता है कि इन झुग्गियों को न उजाड़ा जाए और कोई मजबूरी बनती है तो इनको उजाडऩे से पहले इनको बसाने की व्यवस्था सरकार करे। गौरव चौधरी ने कहा कि गरीब एवं मजबूरों के हक की लड़ाई के लिए वो हर वक्त तैयार खड़े हैं और किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे।