Faridabad News, 02 Dec 2020 : प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण के सचिव जितेंद्र गहलावत ने बताया कि विभाग द्वारा प्रदूषण जांच केंद्रों के निरीक्षण के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस कार्य के लिए एमवीओ संत कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन भी किया गया है।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को टीम द्वारा यूनाईटेड पैट्रोल पंप फरीदाबाद-गुरुग्राम रोड की जांच की गई तो पाया कि एक वाहन कैंटर नंबर एचआर 38 वाई 1874 को यहां स्थित प्रदूषण जांच केंद्र द्वारा एक पीयूसी सर्टिफिकेट जारी किया गया है। यह सर्टिफिकेट बगैर किसी जांच के ही इस कैंटर चालक को जारी कर दिया गया। उन्होंने बताया कि बगैर जांच के पीयूसी सर्टिफिकेट जारी करना एक संगीन अपराध है तथा इस संबंध में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का भी उलंघन किया गया है। ऐसे में इस प्रदूषण जांच केंद्र के मालिक व कर्मचारी के खिलाफ धारा 420, 467,468, 188 आईपीसीव इनवायरमेंट प्रोटेञ्चशन एञ्चट की धारा 15 के तहत मुकद्दमा दर्ज किया गया है। प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण के सचिव ने निर्देश देते हुए बताया कि जो भी प्रदूषण जांच केंद्र नियमों क अनदेखी करेंगे तथा गलत ढंग से पीयूसी सर्टिफिकेट जारी करेंगे उनके खिलाफ भविष्य में भी एफआईआर दर्ज की जाएगी।