Faridabad News : प्रोस्टेट यानि गदूद का बढ़ना 50 साल से ज़्यादा उम्र वाले पुरुषों में एक आम समस्या है जिसकी वजह से पेशाब करने मैं तकलीफ देखी जाती है I गदूद का बढ़ना हमेशा कैंसर नहीं होता लेकिन PSA एक ऐसा टेस्ट है जिससे प्रोस्टेट कैंसर होने की समभावना का पता लगाया जा सकता है I
एशियन अस्पताल मैं 76 साल के श्री के के शोरी जिनको काफी समय से पेशाब की तकलीफ थी और उनका PSA भी बड़ा हुआ था उन्होंने एशियन अस्पताल के यूरोलॉजी व् किडनी ट्रांस्प्लांड हेड डॉ विकास अग्रवाल से सलाह ली और जांच के बाद उनका गदूद का वजन 90 ग्राम था व् प्रोस्टेट की बाओप्सी में कैंसर पाया गया I डॉ विकास ने मरीज की बाकि जांच कराई जिससे यह पता चला कि कैंसर केवल प्रोस्टेट तक ही सिमित है और मरीज को सर्जरी की सलाह दी I
डॉ विकास अग्रवाल ने यह ऑपरेशन दूरबीन के माध्यम से किया, रेडिकल प्रोस्टेक्टॉमी जो एक जटिल सर्जरी हैं जिसमे प्रोस्टेट को पूरा निकला जाता है और पेशाब की नलकी से दुबारा जोड़ा जाता है, दूरबीन के द्वारा इस कैंसर को मरीज को बिना कोई तकलीफ दिए निकला जा सकता है, ऑपरेशन के एक महीने के बाद मरीज का PSA लेवल जीरो आया जिससे यह पता चला कि उनका कैंसर अब पूरी तरह निकल चूका है I
ऑपरेशन के 1 हफ्ते बाद अब के के शोरी जी पूरी तरह स्वस्थ हैं और अपने काम पर वापिस जा रहे हैं I