Faridabad News, 20 Dec 2020 : लोक संस्कृति छत्तीसगढ़ प्रान्त द्वारा दिनाँक 20.12.2020 को फेसबुक लाइव कवि सम्मलेन का आयोजन किया गया जिसमें जाँजगीर से लोक गायिका एवं कवयित्री सुश्री लक्ष्मी करियारे जी ने अध्यक्षा की भूमिका निभाई।
कविगणों में बालोद से कोरियोग्राफर एवं कवयित्री सुश्री एनुका शार्वा, कोरबा से लोक गायक एवं छालिवुड अभिनेता सूरज श्रीवास, रायपुर से शिक्षिका एवं कवयित्री श्रीमती अन्नपूर्णा पवार ‘आहूति, कोरबा से शिक्षिका एवं कवयित्री श्रीमती जमुना देवी गढ़ेवाल, जाँजगीर से सुनील कुमार टाइगर, शिक्षक एवं कवि जनक सिन्हा, कोरबा से कवयित्री गीतिका पटेल उपस्थित रहीं।
आयोजन की शुरुआत सूरज श्रीवास जी एवं लक्ष्मी करियारे जी ने छत्तीसगढ़ का राजगीत तत्पश्चात सरस्वती वंदना की अद्भुत प्रस्तुति देकर की।
कविगणों में, गीतिका पटेल ने अन्नपूर्णा पर बेहद शानदार कविता पढ़ी, सुनील कुमार टाइगर ने बदलते ग्रामीण परिवेश पर लाज़बाब कविता पढ़ी, अन्नपूर्णा पवार ने वीर रस में ओत पोत कविता पढ़कर सभी को तालियाँ बजाने पर मज़बूर कर दिया, जमुना देवी गढ़ेवाल ने बेहद शानदार गीत की प्रस्तुति दी, जनक सिन्हा जी ने अपनी हास्य व्यंग की कविताओं से सबको हँसा हँसा कर लोट पोत कर दिया, सूरज श्रीवास एवं लक्ष्मी करियारे जी ने छत्तीसगढ़ी परिधान पहनकर, छत्तीसगढ़ी भाषा में गीतों की प्रस्तुति देकर अनोख़ा एवं अनुपम माहौल बना दिया। इस आयोजन में कविता के साथ साथ छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति की झलक भी देखने को मिली, एनुका शार्वा जी द्वारा अद्भुत मंच संचालन किया गया।
लक्ष्मी करियारे जी ने संस्था के प्रति धन्यवाद प्रकट किया एवं संस्था द्वारा किये जा रहे साहित्यिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों की खूब सराहना की।
अंत में लोक संस्कृति के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री धर्मवीर शर्मा जी ने सभी का धन्यवाद प्रकट करते हुए संस्था के उदेश्यों के बारे में बताया कि ‘लोक संस्कृति’ संस्था साहित्य, कला, भारतीय संस्कृति एवं सामाजिक क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रही है, कोविड-19 की स्थिति सामान्य होने पर संस्था द्वारा देश के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंचीय आयोजन किये जायेंगे, देश के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में छुपे हुए नवोदित साहित्यकारों एवं कलाकारों को मंच के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाई जाएगी। माँ हिंदी को राष्ट्र भाषा का दर्ज़ा दिलवाने के लिए यथासंभव प्रयास किये जायेंगे एवं विलुप्त हो रही भारतीय संस्कृति को जीवित रखने के लिए संस्था द्वारा निरन्तर प्रयास किये जायेंगे।
संस्था द्वारा ब्लॉक, जिला व राज्य स्तर पर कार्यकारिणी बनाई जा रही हें अतः सभी से अनुरोध करते हुए कहा कि अगर आप संस्था के में पदभार के साथ जुड़ना चाहते हैं तो संस्था के ऑफिसियल मोबाइल एवं व्हाट्सप्प नंबर 9599724107 एवं ईमेल-suchana.loksanskriti@gmail.com पर संपर्क करें।
यह समस्त जानकारी लोक संस्कृति की राष्ट्रीय महामंत्री एवं मीडिया प्रभारी मोनिका शर्मा ‘मन’ जी द्वारा दी गयी।