Faridabad News, 15 July 2019 : जिला उदयान अधिकारी डाॅ अशोक वर्मा ने बताया कि उद्यान विभाग की गैप स्कीम के अंतर्गत एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन गांव फतेहपुर बिल्लौच किया गया। उन्होने किसानों को खेती की अच्छी पद्वतियों एवं जल सरंक्षण के तहत जल शक्ति अभियान के अन्र्तगत किसानो को विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
उन्होने कहा कि किसानो को कृषि की पंरमपरागत पद्धति छोड़ कर आधुनिक तकनीक के साथ खेती करनी चाहिए। किसान अपनी कृषि भूमि में अलग-अलग तकनीक से बागवानी, खेती बाड़ी तथा पशुचारे और सब्जी की खेती करें। खेती के साथ किसान पशुपालन मधुमक्खी पालन सहित कृषि से जुड़े व्यवसयो को भी अपनाये ताकि किसान की आमदनी दो गुना हो सकें।
कृषि विज्ञान केन्द्र भूपानी केे वरिष्ठ बागवानी वैज्ञानिक डा. आर. बी. गुप्ता ने किसानों को ऑर्गनिक फसलों की खेती करने के बारे में जानकारी दी। उद्यान विकास अधिकारी, डा. सुरेश चन्द ने विभाग में चल रही सरकार की विभिन्न जन-कल्याणकारी स्कीमों बाग लगाना, सब्जियों की खेती, फुलों की खेती, मशरूम की खेती, पोली हाउस में खेती करने के बारेें एंव उन पर किसानों को दी जाने वाली अनुदान राशियों के बारे में जानकारी दी।
कृषि विकास अधिकारी डा. लक्ष्मण सिंह ने किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा के अन्र्तगत रजिस्ट्रेशन करवाने के बारे में जानकारी दी। उन्होने बताया की 31 जूलाई तक किसान मेरी फसल मेरा ब्यौरा के तहत अपनी-अपनी फसलों का पंजीकरण करवायें। उन्होने कहा कि जिस किसान का मेरी फसल मेरा ब्यौरा के तहत पंजीकरण होगा उसी की फसल सरकार निर्धारित मूल्योें पर खरीदी जाएगी उन्होने बताया कि किसान अपनी फसल का पंजीकरण नजदीकी सी.एच.सी सेन्टर, मोबाईल द्वारा या अपने क्षेत्र के कृषि विकास अधिकारी और कृषि विपनन बोर्ड के कार्यालय सेे भी करवा सकते है। उन्होने बताया कि पंजीकरण करवाने करवाने पर किसानो के बैंक खातो में 10 रूपये से 50 रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से अदायगी भी मिलेगी।
उद्यान विकास अधिकारी डा. विजेन्द्र सिंह ने टपका एवं फब्वारा सिचंाई विधि के बारे में बताया। प्रगतिशील किसान श्री यश मोहन ने फुलों की खेती करने के अपने अनुभव बताये और अन्त में श्री मकंद शर्मा जी ने सभी को धन्यवाद किया।
फोटो कैप्शनः जिला उद्यान अधिकारी डाॅ.अशोक कुमार वर्मा किसानों संबोधित करते हुए।