Faridabad News, 09 Sep 2019 : शहर के नेताओं पर कभी-कभी आरोप लगते हैं कि किसी नेता ने अरावली पर अवैध तरीके से फ़ार्म हाउस बनाया है तो किसी नेता ने गरीबों को उजाड़कर वहाँ अपना शॉपिंग माल बना लिया। हाल में एक नेता पर आरोप लगा था कि जहाँ उनकी जमीन है वहाँ सामने एक मंदिर है इसलिए उस मंदिर पर जेसीबी चलवा दी गई। आये दिन नेताओं पर ऐसे आरोप लगते रहते हैं लेकिन इसी बीच शहर के पूर्व मेयर रह चुके देवेंदर भड़ाना कई दिनों से चर्चा का विषय बने हैं। पूर्व मेयर भड़ाना ने मुजेसर गांव स्थित बाबा हृदयराम मंदिर को लगभग 6 करोड़ रूपये की अपनी जमीन दान दे दी जिसके बाद मंदिर विकास समिति और मुसेसर के ग्रामीण उनकी जमकर तारीफ़ कर रहे हैं। ये जमीन पूर्व मेयर के नाम थी जिसका पट्टा 1987 में हुआ था। देवेंद्र भड़ाना के नाम पट्टा होने से मंदिर विकास समिति मंदिर मंदिर निर्माण और मंदिर में अन्य तरह के विकास कार्य करवाने से घबरा रही थी और डर लगा रहता था कि कहीं देवेंद्र भड़ाना अपनी ये जमीन वापस न ले लें।
मंदिर विकास समिति के चेयरमैन चौधरी रतन सिंह लाम्बा ने बताया कि ये ऐतिहासिक मंदिर है और मंदिर की जमीन 1987 से देवेंद्र भड़ाना के नाम थी। उन्होंने बताया कि इस कारण हम मंदिर में विकास करवाने के समय डरते थे। लाम्बा ने बताया कि एक दिन मंदिर विकास समिति के सभी पदाधिकारियों ने एक बैठक का आयोजन किया और बैठक में निर्णय लिया गया कि समिति के लोग और मुजेसर गांव के बड़े बुजुर्ग पूर्व मेयर के घर जाएंगे और उनसे अनुरोध करेंगे कि वो ये जमीन मंदिर के नाम लिख दें, इसके लिए वो कोई धनराशि की मांग करेंगे तो उन्हें पैसे दे दिए जाएंगे। समिति के लोग हाल में ही देवेंद्र भड़ाना के सेक्टर 17 स्थित निवास स्थल पर पहुंचे। चौधरी रतन सिंह ने बताया कि हम लोग जब पूर्व मेयर से मिले तो उन्होंने जो कुछ कहा उसे सुन हम लोग हैरान रह गए। पूर्व मेयर ने कहा कि मुझे इस जमीन के एक पैसे भी नहीं चाहिए और पट्टा मंदिर के नाम करवाने में जो खर्च आएगा उसे भी वो स्वयं वहन करेंगे। उन्होंने बताया कि ये जमीन कुल 37 कनाल 14 मरला थी जिसका 50 फीसदी पट्टा देवेंद्र भड़ाना के नाम था और उन्होंने अपने हिस्से का पट्टा मंदिर के नाम कर दिया।
समिति के सदस्य और मुजेसर निवासी अखिलेश परसवाल ने बताया कि हम सब जब पूर्व मेयर के घर गए तो हमारे दिल में बड़े सवाल थे लेकिन पूर्व मेयर ने जिस तरह बड़ा दिल दिखाया उससे हम लोग बहुत खुश हो गए। उन्होंने कहा सेक्टर 24 से लगती इस कीमती जमीन पर कई माफियाओं की निगाहें थीं जिसके बाद हम पूर्व मेयर के घर पहुंचे। उन्होंने हमें निराश नहीं किया। उन्होंने बताया कि पूर्व मेयर के हिस्से की जमीन की कीमत कम से कम 6 करोड़ रूपये थी और हम चाहते थे कि वो उचित कीमत ले लें लेकिन उन्होंने एक भी पैसा नहीं लिया।
समिति के प्रधान रणवीर सिंह पहलवान ने बताया कि देवेंद्र भड़ाना की जैसी सोंच है भगवान् हर नेता को दें। पहलवान ने बताया कि देश का पहला नेता मैंने ऐसा देखा जो इतनी कीमती जमीन फ्री में मंदिर को दान के रूप में दे दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व मेयर की जितनी तारीफ की जाये कम होगी। उन्होंने कहा कि पूरा मुजेसर गांव देवेंद्र भड़ाना के इस कदम से उनकी तारीफ़ कर रहा है और हाल में हम लोगों ने पूर्व मेयर को मंदिर में बुलाकर उन्हें सम्मानित भी किया था।
इस बारे में पूर्व मेयर देवेंद्र भड़ाना ने बताया कि 1987 से इस जमीन का पट्टा नाम था। जब मंदिर विकास समिति के लोग मेरे पास आये तो कहने लगे कि कुछ रकम लेकर जमीन का पट्टा मंदिर के नाम कर दो। उन्होंने कहा कि गांव की सरदारी भी मंदिर समिति के साथ आई थी। उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें तुरंत बोल दिया कि मुझे एक पैसे भी नहीं चाहिए और मैं ये जमीन मंदिर के नाम कर दूंगा और कर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों ने मुझे मंदिर में बुलाकर सम्मानित किया। उनके सम्मान से मैं बहुत खुश हूँ। उन्होंने कहा कि इंसान को पैसे के पीछे नहीं भागना चाहिए। धर्म के काम में कभी रोड़ा नहीं बनना चाहिए। पैसा किसी के साथ नहीं जाता है। इंसान खाली हाँथ आया है और खाली हाँथ चला जाता है।