Faridabad News, 20 Jan 2020 : फरीदाबाद के सेक्टर-98 के ताजूपुर रोड स्थित खेड़ी कलां गांव में आज जेपी क्रिकेट अकादमी का शुभारंभ मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे पूर्व भारतीय क्रिकेटर विजय यादव ने फीता काटकर किया। इससे पूर्व यहां पहुंचने पर विजय यादव व अन्य उपस्थित रहे राज्य व देश का प्रतिनिधिम्व करने वाले इंडिया ए-आईपीएल खिलाड़ी महेश रावत, चंद्रपाल सैनी, धर्मेन्द्र फागना व समाजसेवी सचिन शर्मा का क्रिकेट अकादमी संचालक जेपी भट्ट व उनकी टीम द्वारा फूलमालाओं से भव्य स्वागत किया।
इस अवसर पर लड़कियों के मैच का आयोजन किया गया। यह मैच टीसीजी वर्सेज आरपीसीए के बीच खेला गया जिसमें टीसीजी की लड़कियों ने 23 रन से बाजी मार ली। टीसीजी ने आरपीसीए अकादमी को 20 ओवर में 114 रन का लक्ष्य दिया। टीसीजी की ओर से बैटिंग करते हुए स्नेहा यादव ने 20 रन और वर्षा ने 28 रन का शानदार प्रदर्शन किया। आरपीसीए की ओर से बॉलिंग करते हुए निहारिका और सीमा ने एक-एक विकेट लिया। आरपीसीए लक्ष्य का पीछा करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 90 रन ही बना पाई। टीसीजी की वर्षा मैन ऑफ दी मैच रही।
इस मौके पर मुख्यातिथि विजय यादव ने अकादमी में कोचिंग ले रहे खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त किया और उन्हें पूरी लगन के साथ खेल की बारीकियों को सीखने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यहां जेपी अकादमी के शुरू हो जाने से अब इस क्षेत्र के खिलाडिय़ों को क्रिकेट खेलने व सीखने के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा और बड़ी व नामचीन अकादमी द्वारा दी जाने वाली सभी सुविधाएं यहां खिलाडिय़ों को मिलेंगी जिनसे वे वे बेहतर ट्रेनिंग हासिल कर अपना मुकाम हासिल कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी खेल आसान नहीं होता लेकिन खिलाड़ी अपनी कड़ी मेहनत और लगन से सभी कठिनाइयों को पार करते हुए अपना लक्ष्य हासिल करता है। यादव ने कहा कि एक सफल खिलाडी बनने के लिए जुनूनी होना बहुत जरूरी है क्योंकि अगर खिलाड़ी में आगे बढऩे का जूनून नहीं होगा तो वह दूसरे खिलाडिय़ों से मुकाबला ही नहीं कर पाएगा।
वहीं कार्यक्रम संचालक जेपी भट्ट उर्फ जग्गा भाई ने बताया कि जेपी अकादमी लडक़े व लड़कियां दोनों को अलग-अलग क्रिकेट सीखने की ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यहां खिलाडि़्यों को क्रिकेट ट्रेनिंग के अलावा पर्सनल कोचिंग, फिजिकल ट्रेनिंग व क्रास फिट दी जाएगी। अकादमी द्वारा समय-समय पर मैच व टूर्नामेंटस का आयोजन भी किया जाएगा, जिससे यहां क्रिकेट खेल रहे खिलाडय़ों को दूसरी टीमों से सीखने का बेहतर अनुभव प्राप्त होगा।