Faridabad News, 19 Sep 2021: प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री सनातन धर्म सभा श्री बांके बिहारी मंदिर द्वारा गणेश स्थापना के बाद गणेश विर्सजन विधि विधान पूर्वक सेपन्न हुआ। इस मौके पर मंदिर के प्रधान एवं महंत ललित गिरी गोस्वामी, पण्डित प्रदीप शास्त्री, मनीष दुबे व अन्य भक्तों ने पूरे विधि विधान से भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना, हवन यज्ञ किया और गणपति बप्पा मोरया का जयकारा लगाकर पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। इस अवसर पर महंत ललित गोस्वामी ने कहा कि मंदिर में पूरे दस दिनों तक गणेश उत्सव मनाया गया और प्रतिदिन महिला मंडल द्वारा भजन, कीर्तन, आरती की गई। उन्होनें कहा कि हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल चतुर्थी को हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार गणेश चतुर्थी मनाया जाता । यह गणेश उत्सव शिवाजी महाराज की माताजी आदरणीय जीजा बाई जी द्वारा मनाया जाता था उसके बाद इसको बाल गंगाधर तिलक जीने हिंदुओं की एकता बनाने के लिए महाराष्ट्र में शुरुआत की इससे हिंदुओं में जागृति आई और एकत्रित हो गए अंग्रेज डरने लगे धीरे धीरे यह पूरे भारतवर्ष में गणेश उत्सव मनाया जाने लगा। श्री गोस्वामी ने कहा कि अशोक अरोड़ा परिवार के सहयोग से गणपति स्थापना एवं विसर्जन श्री बांके बिहारी मंदिर श्री सनातन धर्म सभा के द्वारा किया जाता है। गणपति बप्पा मोरया के जयकारे लगाते हुए सभी भक्तों ने गणपति जी के साथ पूरे मंदिर की परिक्रमा करते हुए जयकारा लगाते हुए खुशी के साथ थोड़ा सा दुख मनाते हुए मंदिर प्रांगण में जल में फूल और दूध डाल के तैयार किए गये टब में भावभीनी विदाई देते हुए गणपति जी का विसर्जन किया। तदुपरांत सभी भक्त प्रसाद लेकर अपने अपने घरों को रवाना हुए। इस मौके पर संस्था के सरपरस्त एन.एल गौसांई, अशोक अरोड़ा एवं उनकी धर्मपत्नी सुनीता अरोड़ा, मनोज अरोड़ा, पूनम अरोड़ा, मनीष अरोड़ा, अंकिता अरोड़ा, महिला मंडल प्रधान मीनाक्षी गोस्वामी, प्रीति गोसाईं, गीता गोसाईं, रेखा आहूजा, शोभा दता, रजनी कुमार, सतीश अरोड़ा-रमा अरोड़ा, राजेश गोसाईं, विशाल शर्मा, पीयूष गोस्वामी, रितेष गोसाईं, परिवेश धाकड़, सेवादार नानक राजीव दता इत्यादि ओर भी भक्त मौजूद थे।