फरीदाबाद, 30 जुलाई : ऑटोमेशन प्रौद्योगिकी पर इंजीनियरिंग विद्यार्थियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने जर्मन कंपनी बॉश लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में उभरती आॅटोमेशन तकनीक पर आधारित एक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित होने वाले प्रशिक्षण केंद्र को लेकर विश्वविद्यालय ने कंपनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किये।
यह केंद्र ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए विद्यार्थियों और उद्योग से जुड़े लोगों के लिए सर्टिफिकेशन प्रोग्राम आयोजित करेगा। बाॅश द्वारा केंद्र में वाहनों की जांच एवं परीक्षण से संबंधित नवीनतम उपकरण उपलब्ध करवाये जायेंगे।
विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव डॉ. एस. के. गर्ग ने कुलपति प्रो. दिनेश कुमार की उपस्थिति में समझौता पर हस्ताक्षर किए। वरिष्ठ महाप्रबंधक (तकनीकी सेवा और सहायता) श्री टी.एस. आनंदकुमार ने बॉश लिमिटेड से समझौता पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजकुमार, निदेशक इंडस्ट्री रिलेशन्स डॉ रश्मि पोपली, डॉ निखिल देव और बॉश के क्षेत्रीय प्रशिक्षक पराग कावठेकर भी उपस्थित थे।
बॉश के साथ सहयोग पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय ने हमेशा विद्यार्थियों की रोजगार क्षमता और योग्यता में सुधार के लिए औद्योगिक सहभागिता को प्रोत्साहित किया है ताकि उद्योग की जरूरत के अनुरूप शिक्षा में सुधार लाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस केन्द्र की स्थापना से विश्वविद्यालय परिसर के अंदर एक औद्योगिक वातावरण विकसित होगा और विद्यार्थियों को उद्योग आधारित प्रशिक्षण से लाभ होगा।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग के अध्यक्ष प्रो. राजकुमार ने कुलपति को केंद्र और इसके उद्देश्यों से अवगत करवाया। उन्होंने ऑटोमेशन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उभरती तकनीकी और औद्योगिक आवश्यकताओं की जानकारी दी और बताया कि केंद्र कैसे विद्यार्थियों को आवश्यक तकनीकी ज्ञान और कौशल हासिल करने में सक्षम बनाएगा।