Faridabad News, 24 Feb 2021 : उपमंडल के ग्रामीण क्षेत्र के गांव शाहपुर कला में आज बुधवार को सुपरवाइजर राज की अध्यक्षता में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत लड़कियों की स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसके उपरांत गांव में साइकिल रैली निकालकर लोगों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान बारे जागरूक किया गया। कार्यक्रम में गांव की महिला पंच सुनीता देवी ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की।
स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर दीपिका, दूसरे स्थान पर दिया और
तृतीय स्थान पर स्नेहा रही। जिन्हें स्टेनरी कीट देकर पुरस्कृत किया गया। बाकी की सभी भागीदारों को स्केच पैन पैकेट देकर पुरस्कृत किया गया ।
इस अवसर पर आशा वर्कर अलका, आंगन आंगनवाड़ी वर्कर गीता, भगवती, भूदेवी, सुमन सहित गांव की कई गणमान्य महिलाओं ने भाग लिया।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सरकार की हिदायतों के अनुसार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का जागरूकता अभियान का क्रियान्वयन जोर-शोर से चलाया जा रहा है। यह अभियान उपायुक्त यशपाल के दिशा निर्देशन में और एसडीएम अपराजिता के मार्गदर्शन में क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस जागरुकता अभियान से लोगों में बेटियों के प्रति जागरूकता भी देखने को मिल रही है।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान उपमंडल के कम लिंगानुपात वाले शहरी क्षेत्रों और गांव में चलाया जा रहा है। ताकि वहां के लोगों को बेटियों के प्रति अधिक से अधिक जागरूक किया जा सके।
बल्लभगढ़ ग्रामीण क्षेत्र की डब्लूसीडीपीओ शकुंतला रखेजा ने जानकारी देते हुए बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और पोषण अभियान के तहत आमजन को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। जागरूकता अभियान से लोगों में भी सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि महिला बाल विकास विभाग द्वारा कम लिंगानुपात वाले क्षेत्रों में यह अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत विभाग द्वारा बेटी के जन्म पर कुआं पूजन, बेटियों की माताओं का सम्मान करना, कार्यक्रमों में आपकी बेटी, हमारी बेटी सरकार द्वारा जारी योजना के तहत एलआईसी पॉलिसी करवाने बारे जागरूक किया जा रहा है।इसी योजना के तहत बेटी की एक मुस्त किस्त ₹21 हजार रूपये की धनराशि की किस्त महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा दी जाती है। उन्होंने बताया कि माँ बाप को बेटा बेटी में भेद ना समझे। उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिए वन शॉप सेंटर, निशुल्क कानूनी सहायता सहित भ्रूण लिंग जांच की जानकारी देने पर सरकार द्वारा शिकायतकर्ता का नाम गुप्त रखने और उसे प्रोत्साहन के रूप में नकद राशि देने का काम भी किया जा रहा है।