Faridabad News, 27 May 2021 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग द्वारा ‘शैक्षणिक अनुसंधान और प्रकाशन के लिए रणनीतियाँ’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को अनुसंधान के विभिन्न चरणों से अवगत करवाना तथा बेहतर शोध परिणामों के लिए सक्षम बनाना था। कार्यशाला में 150 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यशाला की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की। उन्होंने अनुसंधान के महत्व, अनुसंधान पर्यवेक्षण पद्धति, उचित समय प्रबंधन और अनुसंधान में नैतिकता को लेकर विचार रखे। उन्होंने सभी छात्रों और संकाय सदस्यों को प्रतिष्ठित जर्नल में अच्छे शोध पत्र प्रकाशित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए ऐसी कार्यशालाओं के आयोजन के लिए विभाग को बधाई दी। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एस. के. गर्ग भी उपस्थित थे। उन्होंने अकादमिक अनुसंधान के महत्व पर बल दिया और आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय अनुसंधान नीति के माध्यम से अनुसंधान गतिविधियों को आवश्यक बढ़ावा दिया जायेगा।
आईआईएम कोझीकोड से डॉ श्रीजेश एस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने शोध समस्या की सही पहचान करने, सफल साहित्य खोजने, शोध पत्र खोजने (संदर्भ और उद्धरण डेटाबेस) के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने सही जर्नल को लक्षित करने पर भी विचार साझा किए और जर्नल वर्गीकरण और रैंकिंग के बारे में भी चर्चा की।
कम्प्यूटर इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष डॉ. कोमल कुमार भाटिया ने कहा कि विश्वविद्यालय ऐसे अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा दे रहा है जिससे समाज लाभान्वित हो। उन्होंने नए अनुप्रयोग क्षेत्रों में तकनीकी विकास के अवसरों की खोज करने की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ. पारुल गुप्ता ने कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की। श्रुति शर्मा ने सत्र के समापन पर सभी का धन्यवाद किया। कार्यशाला का समन्वय मोनिका गुप्ता और डिंपल चेहल द्वारा किया गया।