Faridabad News, 30 Oct 2019 : भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाकर न केवल वृंदावन वासियों की जान माल की रक्षा की बल्कि यह संदेश समस्त जनता को दिया कि अहंकार हमेशा पतन का कारण बनता है। इसलिए अहंकार नहीं करना चाहिए। यह बात श्री सिद्धदाता आश्रम में आयोजित गोवर्धन पूजन के अवसर पर श्रीमद जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने कही।
उन्होंने कहा कि एक भक्त हमेशा भगवान पर भरोसा रखता है और वह परमात्मा सदैव ही उसकी रक्षा करते हैं। इसलिए भक्तों को भगवान की कृपा पर किसी प्रकार का संशय नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंद्र के अहंकार को तोड़ने के लिए भगवान ने इंद्र का पूजन बंद करवाया और जब इंद्र ने जनता का नुकसान करने का प्रयास किया तो भगवान ने न केवल जनता को बचाया बल्कि इंद्र का अहंकार चूर चूर किया। वास्तव में भगवान अपनी लीला के माध्यम से सभी को यह बताना चाहते हैं कि कितने भी बड़े पद पर हो जाएं, अहंकार नहीं करना चाहिए। अहंकार हमेशा पतन का कारण बनता है। श्री गुरु महाराज ने सभी भक्तों को गोवर्धन पूजन की शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में भक्तजन मौजूद रहे।