New Delhi, 22 Sep 2020 : पिछले हफ्ते अमेरिकी डॉलर में गिरावट ने स्पॉट गोल्ड और बेस मेटल की कीमतों का समर्थन किया। आगे इकोनॉमिक रिकवरी को लेकर तनाव ने भी सोने की कीमतों को सपोर्ट किया। हालांकि, उन्होंने औद्योगिक धातुओं की कीमतों को सीमा में रखा था। यू.एस. क्रूड इन्वेंट्री में गिरावट और ओपेक+ के कड़े कम्प्लायंस के कारण कच्चे तेल की कीमतें बढ़ीं। हालांकि, तेल की कीमतों में वृद्धि भी मांग में कमजोरी की वजह से सीमित रही। श्री प्रभातेश माल्या, एवीपी- रिसर्च, नॉन-एग्री कमोडिटी एंड करेंसी, एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड
सोना
कमजोर डॉलर और महामारी के व्यापक प्रभाव के कारण स्पॉट गोल्ड मामूली रूप से 0.42% अधिक रहा।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने रिटेल सेल्स में गिरावट, उपभोक्ता खर्च में कमी और कमजोर लेबर मार्केट के बावजूद आने वाले महीनों में तेजी से आर्थिक सुधार की उम्मीद जताई। इसने सेफ हैवन गोल्ड की कीमतों में गिरावट दी।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों को कम रखने और अर्थव्यवस्था को सपोर्ट देने के लिए और प्रोत्साहन उपाय घोषित न करने के फैसले लेकर सोने की कीमतों में लाभ को अधिक सीमित कर दिया।
कोविड-19 महामारी और कमजोर डॉलर के बढ़ते प्रभाव से पीली धातु की मांग बढ़ सकती है।
क्रूड ऑयल
पिछले सप्ताह में क्रूड ऑयल की कीमतों में 7.8% की वृद्धि हुई, क्योंकि ओपेक+ ने आउटपुट कटौती पर सहमति जताई और इस पर सख्त कम्प्लायंस लागू हुआ और साथ ही अमेरिकी क्रूड इन्वेंट्री में गिरावट आई।
ओपेक और उसके सहयोगियों ने कहा कि जो देश कटौती का पालन नहीं करेंगे उन्हें अगले महीनों में आउटपुट में मुआवजे के तौर पर कटोती करनी होगी। तेल की कीमतों को आगे भी सपोर्ट मिला क्योंकि ओपेक+ ने तय किया है कि यदि आगे भी क्रूड ऑयल का बाजार कमजोर रहा तो अक्टूबर 2020 में अतिरिक्त कटौती का फैसला किया।
एनर्जी इंफर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन ने रिपोर्ट किया कि यू.एस. क्रूड इन्वेंट्री में 4.4 मिलियन बैरल की गिरावट हुई और यह रॉयटर्स के 1.3 मिलियन बैरल के आकलन से कम थी।
हालांकि, तेल की कीमतों में बढ़ोतरी सीमित रही क्योंकि लीबिया ने लॉकडाउन के महीनों बाद अपनी तेल उत्पादन गतिविधियों को फिर से शुरू किया है। ग्लोबल क्रूड मार्केट में लीबिया के तेल उत्पादन में दस लाख बीपीडी से अधिक का इजाफा होने की उम्मीद है जबकि कीमतों में और कमी की उम्मीद है। तेल की कीमतें आज के सत्र में एमसीएक्स पर उतार-चढ़ाव का कारोबार करने की उम्मीद है।
बेस मेटल्स
चीन से बढ़ती मांग और कमजोर अमेरिकी डॉलर के कारण पिछले हफ्ते एलएमई पर बेस मेटल बढ़त के साथ बंद हुए। हालांकि, वैश्विक आर्थिक सुधार पर बढ़ती चिंताओं और अमेरिका व चीन के बीच बढ़ते तनाव के कारण लाभ सीमित रहे।
चीनी बैंकों ने इकोनॉमिक रिवाइवल का समर्थन करने के लिए नए लोन को मंजूरी दी, जिससे औद्योगिक धातुओं के दृष्टिकोण में सुधार हुआ। पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के अनुसार, अगस्त’2020 में नए लोन लगभग 1.28 ट्रिलियन युआन के बराबर थे, जो जुलाई’20 की तुलना में 29% अधिक था।
कॉपर
एलएमई पर कॉपर 1.1% की बढ़ोतरी हुई जबकि अमेरिका और चीन में लाल धातु की कीमतों पर अमेरिका और चीन में औद्योगिक गतिविधियों के बढ़ने का सकारात्मक असर हुआ। नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के अनुसार अगस्त 2020 में चीन में रिफाइंड कॉपर उत्पादन 894,000 टन था। कॉपर की कीमतें एमसीएक्स पर आज अधिक होने की उम्मीद है।