श्री सिद्धपीठ हनुमान मंदिर में धूमधाम से मनाया गया गोवर्धन पूजा महोत्सव
फरीदाबाद। श्री सिद्धपीठ हनुमान मंदिर मार्किट नंबर-1 में गोवर्धन पूजा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान गौ माता के गोबर से गोवर्धन पर्वत की भव्य आकृति तैयार की गई, जिसे दीयों व रंगोली के माध्यम से सजाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व यजमान डॉक्टर मुकेश मेहरा एवं उनकी धर्मपत्नी तपस्या मेहरा व पुत्री निष्ठा एवं प्रतिष्ठा द्वारा सायं 6: 00 बजे विधिवत रुप से गोवर्धन पर्वत की पूजा अर्चना की गई। इस मौके पर मंदिर के प्रधान राजेश भाटिया ने सभी को गोवर्धन पूजा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत त्यौहारों का देश है और सभी त्यौहार हमें भाईचारे व एकता का संदेश देते है। उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। गोवर्धन पूजा का संबंध द्वापर युग से है। यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। गोवर्धन पूजा विशेष रूप से मथुरा, वृंदावन, गोकुल और बरसाना में मनाई जाती है। राजेश भाटिया ने गोवर्धन पूजा का महत्व बताते हुए कहा कि पौराणिक धार्मिक मान्यताओं के अनुसार द्वापर युग में श्री कृष्ण ने बृजवासियों को बरसात के देवता इंद्र देव की पूजा ना करके गोवर्धन पर्वत की पूजा करने के लिए कहा क्योंकि गोवर्धन पर्वत ही बृजवासियों के भरण पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं जब इस बात का पता इंद्र देव को चला तो वे क्रोधित हो गए और बृजवासियों पर मूसलाधार बारिश का प्रहार प्रारंभ कर दिया तब श्री कृष्ण ने गोकुलवासियों व गायों की रक्षार्थ और इंद्र का घमंड तोडऩे के लिए गोवर्धन पर्वत,छोटी अंगुली पर उठा लिया था। इस तरह से ब्रज वासियों पर जल की एक बूंद भी नहीं पड़ी, सभी गोप-गोपिकाएं उसकी छाया में सुरक्षित रहे। तब श्रीकृष्ण को अवतार की बात जानकर इन्द्रदेव अपने इस कार्य पर बहुत लज्जित हुए और भगवान श्रीकृष्ण से क्षमा-याचना की।
गोवर्धन पूजा के उपरांत विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर आज के कार्यक्रम के संचालक प्रधान राजेश भाटिया व उनकी धर्मपत्नी जनक भाटिया तथा कार्यकारणी से चेयरमैन-बंसीलाल कुकरेजा, संजीव ग्रोवर-उप प्रधान, अनिल चावला-दलपति, अजय शर्मा-दलपति, आशीष अरोड़ा-उप दलपति, रिंकल भाटिया-प्रचार मंत्री, प्रेम बब्बर-स्टोर इंचार्ज, गगन अरोड़ा, आई.एस. जैन, अरविंद शर्मा, रविंद्र गुलाटी, अमित नरूला प्रवेश अरोड़ा (पनकी), परीन अरोड़ा यश छाबड़ा राजा भाटिया जतिन मलिक वरिंदर सौरभ रत्रा व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।