फरीदाबाद, 24 दिसंबर। भारत सरकार के भारी उद्योग एवं ऊर्जा विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि देश और प्रदेश में किसान और मजदूर हितेषी सरकारें हैं। किसान व मजदूर की बनाई हुई किसान और मजदूरों के समर्पित सरकारें किसान व मजदूरों के हित में अनेक फैसले ले रही है।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने यह बात आज शुक्रवार तिगांव के अनाज मंडी में आयोजित सुशासन सप्ताह के तहत डाँ श्यामा प्रसाद मुखर्जी किसान मेले में उपस्थित प्रगतिशील किसानों को संबोधित करते हुए कही। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि सरकार का किसान मेले आयोजित करने का मुख्य मकसद केंद्र व प्रदेश सरकार के किसान हितेषी सरकार द्वारा किसान हितों में लिए गए किसान कल्याणकारी फैसलों का अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिले। किसान देश की आर्थिक स्थिति की रीड है। कोविड कॉल में देश की आर्थिक स्थिति को विश्व स्तर पर खेती से जुड़े कार्यों के बदौलत से ही भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत रही।
केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने कहा था कि देश की आर्थिक स्थिति किसान के खेत से होकर गुजरती है। आज एमएसपी से भी अधिक दामों पर किसानों की फसलें बीक रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उन फसलों को एमएससी पर खरीदा जा रहा है जो कि मार्केट में एमएसपी से कम रेट पर बिकती है। उन फसलों को सरकार द्वारा एमएसपी पर खरीदा जा रहा है।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने उपस्थित लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के माध्यम से कृषि यंत्रों, फसल बीमा, योजना मेरी फसल मेरा ब्यौरा सहित सरकार की अन्य जनकल्याणकारी नीतियों बारे में अवगत करवाया गया।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि हरित क्रांति में देश में हरियाणा व पंजाब के किसानों ने खदानों फसलों में देश को संपन्न बनाने का काम किया। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 11 करोड़ किसानों के खातों में 175000 करोड़ रुपये की धनराशि सीधे किसाननिधि खातों में डलवाने का काम किया है। इसी प्रकार कोरोना काल 20 करोड़ गरीब महिलाओं के खातों में ₹500 प्रति महिना के हिसाब से कोविड-19 में भी करोड़ों रुपए की धनराशि डालने का काम किया। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र में 14, 15 व 16 जनवरी को आयोजित सांसद खेल महोत्सव के लिए भी लोगों को निमंत्रण दिया। इस अवसर पर उन्होंने लगभग 15 लाख रुपये की अनुदान धनराशि के चेक विभिन्न किसानों को चेक प्रदान किए और मंझावली पुल में जो भूमि अधिग्रहण की गई है उन किसानों को मुआवजा राशि के करोड़ों रुपये के मुआवजा के धनराशि के चेक भी दिए।
विधायक राजेश नागर ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में कहा था कि किसानों की आय दोगुनी करना ही सरकार का मुख्य मकसद है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा प्रदेश भर में किसान मेले आयोजित करके किसानों को जागरूक किसानों की जनकल्याणकारी योजनाओं बारे जागरूक किया जा रहा है।
उपायुक्त जितेंद्र यादव ने कहा कि किसानों के हर खेत में सरकार द्वारा चलाई जा रही किसान कल्याणकारी योजनाओं का लाभ किसानों को मिले। किसान आधुनिक तकनीक अपनाकर अपनी आय को दोगुना निश्चित तौर पर कर सकते हैं। देश में 60 से 70 प्रतिशत लोग खेती से जुड़े हुए हैं।
अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान ने किसान मेले में आए हुए सभी मेहमानों और किसानों का जिला प्रशासन की तरफ से स्वागत किया। एसडीएम परमजीत चहल ने आए हुए सभी किसानों का धन्यवाद किया और किसान मेले के समापन की औपचारिक घोषणा भी की।
कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ महावीर सिंह ने किसान मेले में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं बारे अवगत करवाया। पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उपनिदेशक डॉ नीलम आर्य ने पशुपालन विभाग की और मत्स्य विभाग की डॉ रीटा ने मत्स्य पालन विभाग की जनकल्याणकारी योजनाओं पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
इस अवसर पर कृषि किसान कल्याण विभाग, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, मत्स्य विभाग, स्वयं सहायता समूह सहित अट्ठारह स्टालें विभिन्न प्रदर्शनी मेले लगाई गई जिनमें सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं बारे प्रगतिशील किसानों को अवगत करवाया जा रहा था।