फरीदाबाद, 28 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने आपने अब तक के कार्यकाल के दौरान भविष्य की सोच और दूरदर्शिता के साथ कई बड़े निर्णय लिए गए। इस दौरान जनहित की अनेको कई योजनाएं शुरू की गई। मोदी सरकार ने अपनी कार्यशैली से लोगों को बता दिया कि सूझ-बूझ और गंभीरता से योजनाओं को क्रियान्वित कर देश में व्यापक बदलाव लाया जा सकता है। यह विचार केंद्रीय ऊर्जा एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने आज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के निरीक्षण के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपनी योजनाओं के केंद्र में सवा सौ करोड़ देशवासियों को रखा है। केन्द्र सरकार की हमेशा सोच दूरदर्शी रही है । जिसमें आने सभी संबंधित वर्गों का ख्याल रखा गया है। गरीब और किसानों के लिए कई क्रांतिकारी योजनाओं पर अमल, कौशल विकास की योजनाओं के साथ युवाओं के लिए रोजगार बढ़ाने के कदमों पर भी जोर रहा है। डिजिटल इंडिया पर फोकस करने के साथ विकास की तमाम योजनाओं में अत्याधुनिक तकनीक के सहारे सरकार की कोशिश भारत को पूर्णत: आत्मनिर्भर बनाने की है, जो विश्वशक्ति के रूप में भारत की पहचान को स्थापित करने वाला साबित होगा और एक नए भारत का उदय होगा। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी अक्सर कहते हैं कि सरकार और लोगों के बीच का रिश्ता चुनाव के नतीजों के बाद खत्म नहीं हो जाता है बल्कि वास्तव में शुरू होता है। उनके इस कथन के मुताबिक उनकी सरकार अच्छी तरह समझती है कि सामूहिक प्रयास के बिना समग्र विकास संभव नहीं है। लोगों की भागीदारी और जन शक्ति की बदौलत सरकार सही मायने में बदलाव ला सकती है, बशर्ते लोग पूरे दिल से परिवर्तन के लिए प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर बहुत से लोगों ने अपनी एलपीजी सब्सिडी छोड़ दी – जनभागीदरी का यह एक अभूतपूर्व उदाहरण है। इसी तरह की सामूहिक भागीदारी उस वक्त भी देखी गई जब सरकार ने काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णय लिया,पूरे देश ने भ्रष्टाचार और आतंकवाद के खिलाफ सरकार का साथ दिया। अस्थायी असुविधाओं के बावजूद लोग सरकार के इस निर्णय के समर्थन में मजबूती के साथ खड़े रहे। भ्रष्टाचार और कर चोरी के खिलाफ लड़ने के उद्देश्य से लोगों ने लेस-कैश अर्थव्यवस्था हेतु डिजिटल लेनदेन को भी अपनाया। सरकार ने विद्यार्थियों की योग्यता को बढ़ावा देने के लिए लाखो स्कूली और कॉलेज छात्रों को करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की गई। माध्यमिक शिक्षा के लिए राष्ट्रीय प्रोत्साहन योजना के तहत स्कूली छात्राओं के लिए प्रोत्साहन राशि मंजूर की गई। इनके अलावा डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के जरिए एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के छात्रों को प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की रकम मुहैया कराई गई।
मौजूदा सरकार ने 7 आईआईएम, 6 आईआईटी, एक आईआईआईटी, दो आईआईएसईआर, एक एनआईटी, एक नया केंद्रीय विश्वविद्यालय और 10 नए एम्स के निर्माण को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि सरकार की हमेशा कोशिश रही है कि कारोबार के क्षेत्र में महिला उद्यमी भी कहीं से पीछे न रहें। इस बढ़ावे का ही परिणाम है जो मुद्रा योजना के तहत कम ब्याज दर पर बिना जमानत के मुहैया कराए गए ऋण में से 70 फीसदी महिला उद्यमियों ने हासिल किए हैं। महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के इरादे से ही महिला ई-हाट की शुरुआत की गई है। इससे महिलाओं द्वारा निर्मित सामग्रियों के लिए मार्केटिंग का एक ई-प्लेटफॉर्म तैयार हुआ है। इसके जरिए महिलाओं को नई तकनीक के सहारे व्यापार के तरीके सीखने का अवसर भी मुहैया हो रहा है।
वहीं नई रोशनी योजना के तहत अल्पसंख्यक महिलाओं को फायदा हुआ है। नई रोशनी के जरिए अल्पसंख्यक महिलाओं में नेतृत्व क्षमता विकसित की जा रही है ताकि उद्यमिता के क्षेत्र में वो भी कदम से कदम मिलाकर चल सकें। इस अवसर पर पूर्व विधायक नगेंद्र भड़ाना, पार्षद मनवीर बढ़ाना, महेश मणि, राकेश भड़ाना, राकेश खटाना, सुरेंद्र भड़ाना, आर एन सिंह सहित अनेको गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।