Faridabad News, 10 Nov 2019 : मानव रचना यूनिवर्सिटी के रसायन विज्ञान विभागकी ओर से सतत भविष्य के लिए सतत विकास पर ध्यान केंद्रित पर ग्रीन एंड सस्टेनेबल केमिस्ट्री सम्मेलन (जीएससीसी 2019) का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रमुख पर्यावरणीय चुनौतियों की पहचान करना और हरित रसायन विज्ञान के माध्यम से लघु, मध्यम और दीर्घकालिक समाधान और विकल्प प्रदान करने पर जोर दिया गया।
मानव रचना यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. आईके भट्ट ने कहा, मानव रचना लर्निंग बाय डूइंग में विश्वास रखता है। इस तरह की कॉन्फ्रेंस छात्रों को रचनात्मकता, नवीनता और शोध-उन्मुखता प्रदान करती है। इसके अलावा हमें विश्वसनीय शोध समाधानों के माध्यम से सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम बनाते हैं।
कॉन्फ्रेंस में अलग-अलग टेक्निकल सेशन रखे गए जिनमें, New Strategic Imperatives for Design and Development of Chemicals and Chemical Products, Green Chemistry: Key to reducing waste and improving environment और Green Corrosion Inhibitors: Past, Present and Future Scenario चर्चा की गई।
आईआईटी बॉम्बे के प्रोफेसर ऐके सिंह ने डिजाइन और रसायनों और रासायनिक उत्पादों के विकास, स्वच्छ ऊर्जा विकल्प और बहुत कुछ की नई रणनीतियों पर जोर दिया। इस दौरान किंग फहद यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड मिनरल्स के चेयर प्रोफेसर एमए कुरैशी और ईडी आर एंड डी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जीएस कपूर ने भी अपने विचार रहे।
कार्यक्रम में दयालबाग एडुकेशनल इंस्टीट्यूट से प्रोफेसर साहब दास, डीआरडीओ हेडक्वार्टर्स से प्रोफेसर एमके पांडे, दिल्ली यूनिवर्सिटी के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट से प्रोफेसर डीएस रावत समेत मानव रचना यूनिवर्सिटी के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के प्रोफेसर्स शामिल रहे।
वेलेडिक्ट्री सेशन में पीडीएम यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर एके बक्शी ने ‘Towards Excellence in Chemistry in the 21st Century: Challenges and Opportunities’ पर अपने विचार रखे। इस कान्फ्रेंस को 61 मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियों के साथ पूरा किया गया।1