Faridabad News, 01 Sep 2019 : परमात्मा का नाम सुमिरन करने से ही मानव के दुख दर्द स्वत: ही समाप्त हो जाते हैं। इसलिए हमें अपने व्यस्ततम जीवन में से कुछ क्षण निकालकर प्रभु का स्मरण करना चाहिए। यह बात कथा व्यास पंडित उमेशाचार्य ने सैक्टर-19 स्थित श्रीरामा कृष्णा मंदिर मे श्रीमद् भागवत कथा के अवसर पर निकाली गई कलश यात्रा में उपस्थित श्रद्धालुओं को आर्शीवचन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर अत्याचारों का प्रभाव बड़ा है तब-तब परमेश्वर ने किसी न किसी रूप में आकर दैत्यों का संहार कर अपने भक्तों की रक्षा की है। भगवान श्रीकृष्ण ने ग्वाला बनकर गाय की सेवा की वहीं सुदामा की मित्रता निभाकर एक आदर्श स्थापित किया और अन्याय के विरूद्ध कौरवों का संहार करने में अर्जुन के सारथी बने। इसलिए हमें परमात्मा की शरण में ही रहना चाहिए। इस अवसर पर मंदिर के प्रधान डा. आर.डी. बंसल ने कहा कि प्रभु में चित्त लगाने वाले व्यक्ति को ही मन की शांति मिलती है, क्योंकि आज हम भौतिकता के युग में ज्यादा रूचि दिखा रहे हैं जो आगे चलकर मन को विचलित करती है। उन्होंने कहा कि यह कथा अगले 8 दिन तक चलेगी। इससे पूर्व कलश शोभायात्रा सैक्टर-19 के मु य मार्गों से होते हुए मंदिर परिसर में पहुंची। शोभायात्रा में मुकेश बंसल, कल्लू आढ़ती, प्रेम अरोडा, सीएम सेठी, राकेश ााटिया, महेश शर्मा, सरोज बिंदल, कांता धीमान, मीनू बंसल, सीएस दलाल, राममूर्ति शर्मा, उषा गोरी, निर्मल गोयल, ऊषा बरेजा, पंडित देवीचरण, कृष्णा अरोडा, राजकुमारी, राजरानी सहित अनेक महिलाएं उपस्थित थी।