Faridabad News, 05 June 2020 : विश्वभर में कोरोना को लेकर चर्चा बनी हुई है, जिसके कारण कुछ लोग अवसाद से पीड़ित हो रहे हैं तो कई लोग इसे लेकर बेहद चिंतित हैं. इसी बीच मानव रचना ने हैप्पी टाइम्स एडिशन की शुरुआत की है. यह एक ऑनलाइन कार्यक्रम है. हाल ही में आयोजित हुए हैप्पी टाइम्स अंक में ओलंपिक खेलों में शूटिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाले तीन शूटर्स को एक मंच पर लाया गया. ऐसा पहली बार था जब तीन अलग-अलग देशों के गोल्ड मेडल विजेता शूटर्स ने एक मंच पर अपनी यादें ताजा की.
इनमें यूएसए के स्कीट शूटर और ओलंपिक 2008 और 2012 में गोल्ड मेडल विजेता विसेंट हैंकॉक, कुवैत के डबल ट्रैप और ट्रैप शूटर और ओलंपिक्स 2016 में गोल्ड मेडल एवं ओलंपिक्स 2000 और 2012 में रजत पदक जीतने वाले फहैद अल-दिहानी और इंग्लैंड के डबल ट्रैप शूटर और ओलंपिक 2012 में गोल्ड मेडल जीतने वाली पीटर विल्सन शामिल थे.
इस दौरान सभी प्रख्यात शूटर्स ने शूटिंग को लेकर एक्सपीरिएंस साझा किया. फहैद अल-दिहानी ने बताया कि 40 की उम्र में जब शूटर्स शूटिंग छोड़ने की प्लानिंग करते हैं उन्होंने उस दौरान साल 2000 में आयोजित ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीता. उन्होंने कहा, यह कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि वह इस उम्र में भी मेडल जीत पाए.
विंसेंट हैंकॉक ऐसे स्कीट शूटर हैं जिन्होंने लगातार दो बार 2008 और 2012 में गोल्ड मेडल हासिल किया. विसेंट ने 16 साल की उम्र में ही आईएसएसएफएस का शूटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड अपने नाम किया था. चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि मेडल जीतने के लिए सिर्फ माइंडसेट की जरूरत होती है, जो आपको मेडल दिलवाने में कामयाब होती है.
पीटर विल्सन ने मानव रचना का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा आज जब पूरे विश्व में कोरोना को लेकर नेगेटिव बातों की चर्चा हो रही है, इस दौरान इस तरह का कार्यक्रम आयोजित करना पॉजिटिविटी लाता है. उन्होंने बताया कि शूटिंग वर्ल्ड में आज वह जो भी हैं उसका श्रेय उनके पिता को जाता है.
कार्यक्रम में मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के वीपी डॉ. अमित भल्ला, अर्जुन अवॉर्डी रोंजन सोढ़ी और अर्जुन अवॉर्डी एवं एथलेटिक्स कमेटी के चेयरमैन मोराद अली खान समेत कई लोग मौजूद रहे.