Faridabad News : “किस्मत वालो को मिलता है तिरंगा कफ़न के लिए” प्रोफेसर बलराम यादव द्वारा रसिया गीत से शुरू हुया महावतपुर रंग महोत्सव में आज रसिया संध्या का आयोजन हुया बलराम आर्य ओर उनके साथियों ने राजकीय उच्च विद्यालया महावत पुर जबर्दस्त परदर्शन रहा । वही राजकुमार तेवतिया द्वया “कलुयग में मत ली जो जनम ,जग तेरी हसी उड़वेगा ,यंहा डीजे बाजे किसने मुरली की धून किसने सुनवेगा “ से कलयुग के हालत से अवगत कराया गया पंडित सत्याओंम ने “मेरो नशेबाज़ बन गयो बलम अब कैसे होइए गुजरो “ से समाज में फैली नशेबाजी की बुराई के बारे में बताया। कवि कुलदीप बृजवासी ने पत्नी पुलिस वाली धर्मपतिनी की हास्य रचना से मोहॉल को हास्यपूर्ण किया। तो अंत में भिदुकी आए कलकारो ने कृष्ण भगवान के रसिया से समापन किया।
इस मौके पर कवि यसदीप रेवाड़ी ओर सौरभ मुद्गल अतिथि के रूप में मौजूद रहे गाँव के देविन्द्र मेम्बर, राघबीर मेम्बर, पंडित गिरिराज रवि नंबरदार अनिल चेची मोजूद रहे अंत में बृज नाट मंडली के अध्यक्ष बृज मोहन भारद्वाज ने अभी का धन्यवाद किया ओर सभी कलाकारो स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया।