फरीदाबाद, 17 अक्टूबर। हरियाणा सरकार द्वारा सब्जियों में बांस स्टैकिंग व लोहा स्टैकिंग को प्रयोग करने के लिए किसानों को 50 से 90 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान किया जा रहा है। योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को बागवानी पोर्टल https://hortharyanaschemes.in ऑनलाइन आवदेन करना होगा। उपायुक्त जितेंद्र यादव ने किसानों को आह्वान किया कि वे बागवानी में स्टैकिंग विधि को प्रयोग कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि आधुनिक युग में खेती में नई-नई तकनीकें उभरकर सामने आ रही हैं। इससे किसानों को ढेरों फायदे पहुंच रहे हैं। सब्जियों की खेती में स्टैंकिंग ऐसी ही एक विधि का नाम है, जिसे अपनाकर किसान अच्छा लाभ कमा सकते हैं। उन्होंने बताया कि नई-नई तकनीकों से खेती करने का सबसे बड़ा फायदा होता है कि इससे ढेर सारी जानकारियां मिलती हैं और दूसरी इनसे मुनाफा और फसलों की पैदावार भी अधिक होती है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा बांस स्टैकिंग की लागत 62 हजार 500 रुपये प्रति एकड़ पर 31250 से लेकर 56250 रुपये तथा लोहा स्टैकिंग लागत एक लाख 41 हजार रुपये प्रति एकड़ पर 70500 से लेकर एक लाख 26 हजार रुपये अनुदान प्रदान किया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि बांस स्टैकिंग व लौह स्टैकिंग पर अधिकतम अनुदान क्षेत्र 1 से 2.5 एकड़ है। उन्होंने बताया कि किसान पहले पुरानी तकनीक से ही सब्जियों और फलों की खेती करते थे। लेकिन अब किसान स्टैकिंग तकनीक का इस्तेमाल कर खेती कर रहे हैं क्योंकि यह तकनीक बहुत ही आसान है। इस तकनीक में बहुत ही कम सामान का प्रयोग होता है। स्टैकिंग बांस व लौहे के सहारे तार और रस्सी का जाल बनाया जाता है।