फरीदाबाद, 2 मार्च। फरीदाबाद स्थित सर्वोदय हॉस्पिटल के प्रांगण में आज वीरवार को वर्ल्ड हियरिंग-डे के अवसर पर जन्मजात मूक-बधिर बच्चे जिनको कॉक्लियर इम्प्लांट लगने के बाद नई जिंदगी मिली है, उनको समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए “मुमकिन है ” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में भारत सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल गुर्जर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पैरा एथलीट सुश्री कंचन लखानी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की।
माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर की अगुवाई में मूक-बधिर लोगों के लिए भारत सरकार की निःशुल्क कॉकलियर इम्प्लांट योजना फरीदाबाद में शुरू की गयी थी। जिसके अंतर्गत 5 वर्ष से कम आयु का बच्चा एवं 15000 रुपये से कम मासिक आय वाले परिवार के बच्चे को यदि कॉकलियर इम्प्लांट प्रत्यारोपित करवाने की आवश्यकता होती है तो उसके सारे खर्च का वहन ( लगभग 9 लाख ) भारत सरकार उठाती साथ ही सर्जरी के अगले 2 वर्षो तक स्पीच थेरैपी भी निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी । ज्ञात हो कि सर्वोदय हॉस्पिटल हरियाणा का दूसरा भारत सरकार से आर्थिक सहायता प्राप्त कॉक्लियर इम्प्लांट प्रत्यारोपित करने की मान्यता पाने वाला हॉस्पिटल था इन आप्रेशन के लिए भारत सरकार ने आधुनिक तकनीक से सुसज्जित ई० इन० टी० संस्थान एवं कुशल डॉक्टरों की टीम के मापदंड को ध्यान में रखते हुए सर्वोदय हॉस्पिटल का चयन किया था। आज जब यह संस्थान 200 से अधिक सफल कॉक्लियर इम्प्लांट करके बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला पाया है , इस अवसर पर कैसे इन बच्चों को और भी अधिक सबल बनाकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है, यही कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रहा।
माननीय मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर ने बताया कि एडिप स्कीम मोदी सरकार की समाज के प्रत्येक वर्ग को आगे बढ़ाने की मंशा को सार्थक रूप देती है । इस प्रकार की समाज कल्याण की योजनाएं जन जन के जीवन में सार्थक बदलाव लाने की पूरी कोशिश करती है । मुझे यह बताते हुए बहुत हर्ष अनुभव हो रहा है की एडिप स्कीम के तहत भी हजारों बच्चों को कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी के बाद लाभ हुआ है। आज भी चाहे उनका विभाग बदल गया है और उनको ऊर्जा एवं भारी उद्योग विभाग की जिम्मेदारी दी गयी है फिर भी वो पब्लिक सेक्टर में काम कर रही संस्थानों की मदद से समाज के जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे खड़े रहेंगे।
सर्वोदय हॉस्पिटल के इएनटी एवं कॉक्लियर इम्प्लांट विभाग के डायरेक्टर डॉ. रवि भाटिया ने बताया कि ” राष्ट्रव्यापी विकलांगता सर्वेक्षण के अनुसार बहरापन विकलांगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण है । कॉक्लियर इम्प्लांट प्रक्रिया में मरीज के कान की नसों के अंदर यह इम्प्लांट प्रत्यारोपित कर दिया जाता है और धीरे – धीरे स्पीच थेरैपी की मदद से बच्चे को सुनने एवं बोलने लायक बनाया जाता है जिससे वह समाज पर बोझ ना बनकर समाज के विकास में अपना सहयोग दे सके।
सर्वोदय हेल्थकेयर के चेयरमैन डॉ० राकेश गुप्ता ने भारत सरकार का धन्यवाद देते कहा कि यह सरकार का मानवता के प्रति लिया गया अतुलनीय कदम था और सर्वोदय हॉस्पिटल का चुना जाना हमारे लिए गौरव की बात थी । सर्वोदय में अभी तक इस योजना के अंतर्गत अभी तक 200 से अधिक बच्चों के सफल आप्रेशन हो चुके है। हम इस जिम्मेदारी को पूरी संजीदगी से निर्वहन कर रहें है और अधिक से अधिक बच्चों को इस योजना से लाभान्वित करने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहें है।