Chandigarh News, 25 Jan 2020 : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज प्राइवेट स्कूलों की प्रबंधन समितियों का आह्वान किया कि वे अपने आस-पास के क्षेत्र में सरकारी स्कूलों को अडॉप्ट करके उनके शैक्षिक स्तर में सुधार लाने में सहयोग करें।
मुख्यमंत्री आज गुरूग्राम जिला के गांव धनकोट के पास लाईंस पब्लिक स्कूल के नए भवन का शिलान्यास करने उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इस स्कूल भवन का निर्माण गुडग़ांव सिटी लायन्स सर्विस ट्रस्ट द्वारा करवाया जाएगा तथा विद्यालय लायंस क्लब इंटरनेशनल के तत्वावधान में संचालित होगा। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा को मनुष्य के चरित्र-निर्माण के लिए अहम बताते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए भरपूर प्रयास कर रही है। प्राइवेट संस्थाएं भी शिक्षा के प्रसार में योगदान दे रही हैं। उन्होंने आहवान किया कि सरकारी संस्थान और प्राइवेट संस्थाएं मिलकर प्रदेश में शिक्षा के स्तर में सुधार लाएं। उन्होंने कहा कि उन्होंने सरकारी अधिकारियों को निर्देश दे रखे हैं कि वे प्राइवेट स्कूलों की मैनेजमेंट के साथ एमओयू करें। करनाल के कुछ प्राइवेट स्कूलों ने 50 राजकीय विद्यालयों को अडॉप्ट भी कर लिया है और अन्य संस्थाओं को भी इस प्रकार दूसरे जिलों में राजकीय स्कूल गोद लेने के लिए आगे आना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकारों की ‘नो डिटेंशन पॉलिसी‘ अर्थात विद्यार्थियों को 9वीं तक फेल नही करने की नीति की वजह से प्रदेश के राजकीय स्कूलों में शिक्षा के स्तर में गिरावट आई। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार ने इसका संज्ञान लेते हुए पुन: परिक्षाएं करवानी शुरू की हैं और मासिक टैस्ट भी शुरू करवाए जिससे बच्चों में फिर से शिक्षा के प्रति रूझान हुआ है। उन्होंने बताया कि सक्षम योजना शुरू की गई है जिससे सरकारी स्कूलो में पढऩे वाले बच्चों का आधार मजबूत बना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2014 में 10वीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षाओं में परिणाम 30 प्रतिशत आया था। सतत प्रयासों से पिछले वर्ष यह परिणाम 50 प्रतिशत से ऊपर पहुंच गया है और 12वीं कक्षा का परिणाम 60 प्रतिशत से अधिक रहा। इस प्रकार परीक्षा परिणाम 10 से 12 प्रतिशत बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए विशेषज्ञ लगे हुए हैं और खेल-खेल में शिक्षा, प्रोजेक्ट तैयार कर लर्निंग के स्तर में सुधार लाने आदि के प्रयोग किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद करने के लिए शिक्षा लोन की सुविधा सरलता से उपलब्ध हो , इस दिशा में सरकार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक विद्यार्थियों को बिना कालेटरल के शिक्षा लोन सुविधा जल्द उपलब्ध होगी।
उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों के प्रतिभावान बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए झज्जर तथा पंचकूला में दो सैंटर चलाए जा रहे हैं। इन सैटरों के 200 बच्चे आईआईटी प्री मेन्स में अपीयर हुए थे जिनमें से 72 सिलैक्ट हुए हैं। यह अच्छी शुरूआत है। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को 3-डी फार्मूला का मंत्र देते हुए कहा कि वे डेडिकेशन अर्थात पढ़ाई के प्रति समर्पित होकर , डिसिप्लिन अर्थात अनुशासित रहकर डिटरमिनेशन अर्थात निश्चय के साथ मेहनत करें।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि कल का भारत आज के विद्यार्थियों पर निर्भर है। साथ ही उन्होंने अध्यापकों का आह्वान किया कि उनका लक्ष्य होना चाहिए कि जैसा भी विद्यार्थी उसके पास आए , वह उसको अव्वल बनाने के लिए लग्न के साथ काम करें।
मुख्यमंत्री ने गांव धनकोट में स्कूल खोलने की लायंस क्लब की पहल की सराहना की और कहा कि यह गांव साइबर सिटी गुरूग्राम की सीमा के साथ सटा हुआ है, इसलिए वे इसे पूर्ण रूप से ग्रामीण नही कह सकते। उन्होंने लायंस क्लब के सदस्यों से अपील की कि वे शिक्षा को दूर दराज के गांवो में भी लेकर जाएं। इससे पहले, लायंस क्लब के सदस्य पूर्व विधायक लायन चौधरी जाकिर हुसैन ने मुख्यमंत्री तथा अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल प्रदेश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए संकल्पित हैं। पिछले कार्यकाल का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने नियमों में बदलाव करके मेवात तथा शिवालिक क्षेत्र के 36 स्कूल अपग्रैड करवाए थे जिसमें 34 स्कूल नूंह के थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, गुरूग्राम के विधायक सुधीर सिंगला, बादशाहपुर के विधायक राकेश दौलताबाद उपस्थित थे।