फरीदाबाद। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव श्रीमती रंजीता मेहता ने कहा है कि लड़कियों के लिए फैशन डिजाइन कोर्स जल्दी शुरू किए जाएंगे। इस संबंध में हरियाणा सरकार को पत्र लिखकर मदद मांगी जाएगी। उन्होंने कहा कि लड़कियां आज किसी क्षेत्र में पीछे नहीं है और लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद प्रयासरत है। बच्चों को छोटी उम्र से ही बेहतर पढ़ाई और रोजगारोन्मुखी शिक्षा दी जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि स्किल इंडिया के तहत महिलाओं के लिए कई योजनाएं शुरू की गई है , जिसमें वह अपने आय के साधन बढ़ा सकती हैं। सिलाई कढ़ाई ब्यूटी प्रशिक्षण के कोर्स हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से अलग-अलग जिलों में चलाए जा रहे हैं। क्षेत्र में युवा लड़कियों के लिए बहुत स्कोप है और माता-पिता को भी अपनी बेटियों को फैशन डिजाइनिंग की तरफ कोर्स करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। रंजीता मेहता ने कहा कि इस संबंध में मैं निजी तौर पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से मुलाकात करके नए कोर्स शुरू करवाने का प्रयास करूंगी। निश्चित तौर पर फैशन डिजाइनिंग के कोर्स शुरू होंगे।
श्रीमती रंजीता मेहता ने हरियाणा स्टेट काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर जिला फरीदाबाद का निरीक्षण किया और वहां पर बच्चों की देखने के लिए दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया उन्होंने खुशी जताई कि बच्चों की देखरेख के लिए सभी कर्मचारी और अधिकारी बेहतर काम कर रहे हैं। इसके बाद रंजीता मेहता ने सूरजकुंड मेला में रिबन काटकर हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के स्टॉल का उद्घाटन किया। रंजीता मेहता ने कहां की सूरजकुंड का मेला मैंने लगभग 27 वर्ष के बाद देखा और काफी अच्छे स्टॉल और रंगारंग कार्यक्रम देखने को मिले बाल कल्याण परिषद ने भी अपना स्टॉल लगाया था। देशहित फाउंडेशन की तरफ से निशुल्क नेत्र जांच शिविर हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के साथ मिलकर चेकअप 176 लोगों का किया गया। निशुल्क चश्में वितरित किए।
इस अवसर पर नूंह जिला बाल कल्याण अधिकारी कमलेश शास्त्री, फरीदाबाद जिला बाल कल्याण अधिकारी, सुंदरलाल खत्री, जिला बाल कल्याण अधिकारी सुरेखा डागर, प्रोग्राम ऑफिसर शिवानी जिंदल, उत्तर पूर्वी राज्यों के मुख्य प्रबंधक पूर्व फौजी ऑफिसर ब्रिगेड राजीव जी, लोक उत्थान क्लब के चेयरमैन आर पी हंस , पूनम सिंधु, आईटी प्रोफेशनल संजीत कुमार सिंह, प्रधानाचार्य सुशील कन्वा और बाल कल्याण परिषद के आजीवन सदस्य व कर्मचारी वउपस्थित रहे।