Faridabad News, 12 Dec 2018 : विवाह के वर्षों बाद भी जिन दम्पतियों की संतान नहीं हो पा रही है, डॉ सरिता से मिलकर उन्हें संतान उत्पति की किरण नज़र आने लगी है। ऐसे मायूस लोगों के चेहरों पर आशा दिखाई दे रही है। रिवाइव आई वी ऍफ़ केयर में ऐसे दम्पतियों के लिए लगाए गए दो दिवसीय शिविर में आये ऐसे सैंकड़ों विवाहित जोड़ों ने बच्चे न होने की परेशांनियाँ डॉक्टर सरिता व उनकी टीम के समक्ष रखी और डॉ. सरिता ने उन्हें बताया की टेस्ट ट्यूब बेबी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे अधिकतर मामलों में सफलता मिलती है। ऐसे अनेक दम्पति हैं जिन्हे इस प्रक्रिया से लाभ हुआ है और उन्हें संतान प्राप्ति हुई है। डॉ. सरिता ने शिविर में आये दम्पतियों को बताया की टेस्ट ट्यूब बेबी की प्रक्रिया से होने वाले लगभग ज़यादातर बच्चे तथा माताएं स्वस्थ होते हैं।
पांच नंबर में खुले इस आई वी ऍफ़ केंद्र के प्रांगण में लगे प्रथम शिविर में ऐसे अनेक दम्पतियों ने भाग लिया, जिनके विवाह को कई वर्ष हो चुके हैं लेकिन उनकी संतान नहीं हो पा रही, जिसकी वजह से वह मायूस से होने लगे हैं। कई पति-पत्नियों ने डॉ सरिता को बताय कि वह इस दौरान कई डॉक्टरों के पास जा जा कर थक चुके हैं, लेकिन उन्हें कहीं से भी कोई सुखद परिणाम नहीं मिला। डॉ. सरिता ने उन्हें विश्वास दिलाया और बताया कि आई वी ऍफ़ की प्रक्रिया से अधिकतर केसों में ऐसे मायूस हो चुके लोगों को भी स्वस्थ संतान की प्राप्ति हुई है। डॉ. सरिता ने बताया कि वह पिछले दस वर्षों से भी अधिक से नॉएडा में ऐसा ही केंद्र चला रही हैं और वहां आने वाले अब तक सैंकड़ों दम्पति ऐसे हैं जिनको संतान की प्राप्ति हुई है। डॉ. सरिता से मिलकर शिविर में आये लोगों को उम्मीद की किरण नज़र आने लगी है।