Faridabad News, 09 Oct 2018 : विजय रामलीला के रंग मंच पर कल रात्रि का नज़ारा देखने योग्य था। भगवान श्री राम का जन्म और तड़का का वध देखने सारा शहर उमड़ पड़ा। कमेटी के चेयरमैन ने बताया कि यह दिन सबसे अधिक दर्शक होने वाले दिनों में से एक हैं। इस दिन के लिए विशेष सिक्योरिटी के प्रबन्ध किया जाता है। स्थाई पुलिस कर्मियों से भी सहायता मांगी जाती है। कल मंच पर सर्व प्रथम भगवान विष्णु ने माता कौशल्या को विराट रूप में दर्शन दिए और पूर्व जन्म में दिए वरदान का स्मरण करवाया और कहा कि अब उस वरदान को पूरा करने हेतु गर्भ में स्थान दो। सीन पर लगे सेट की दिव्यता देखने योग्य थी। विष्णु और राम का रोल करने वाले सौरभ कुमार को देख लोग भाव विभोर गए। इसी के बाद गाजे बाजो दशरथ के दरबार मे श्री राम के जन्म की खुशियां मनाई गई। दूसरी ओर राक्षसों के आतंक से त्रास विश्वामित्र दशरथ के पास पधारते हैं और कहते हैं कि उन्हें राम लक्ष्मण की जोड़ी दे दें। तड़का का दृश्य देखने के लिए करीब दो हज़ार से ज़्यादा लोगो की भीड़ उमड़ी। 19 साल बाद पण्डित रघुनाथ शर्मा जो कि इस मंच पर होने वाली कॉमेडी के बादशाह जाने जाते थे उन्होंने मंच पर फिर कदम रखा और राक्षसों के साथ मिलकर किया तड़का का स्यापा। ये इस रामलीला कमेटी के सबसे बेहतरीन दृश्यों में से एक है। तड़का के बाद सुबाहू और अन्य राक्षसों को भेद भगवान राम और लक्ष्मण के युवा स्वरूप दिखाए गए। आज इसी मंच पर होगा सीता का स्वयम्वर।
दशरथ का रोल अदा किया तरुण भाटिया ने, विश्वामित्र बने राकेश कपूर, ताड़का का अभिनय सुरेंद्र सराफ ने किया। राम का अभिनय सौरभ ने व लक्षमण के रोल में उतरे प्रिंस।