फरीदाबाद,12 नवम्बर। उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने कहा कि जिला में गिरता भूजल स्तर एक चिंतनीय विषय है। भूजल को यदि हमने समय रहते नियंत्रित नहीं किया तो आने वाली पीढ़ियों के लिए पेयजल की समस्या बनेगी।
उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने यह बात एक दिवसीय भू जल संरक्षण के लिए केंद्रीय भूजल बोर्ड द्वारा आयोजित लघु सचिवालय में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए कही। उपायुक्त जितेंद्र यादव ने प्रशिक्षण में उपस्थित अधिकारियों को कहा कि बरसाती पानी व गंदे पानी के हार्वेस्टिंग सिस्टम को बेहतर करके भू जल संरक्षण किया जा सकता है। ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी की कोई कमी ना रहे।
डीसी जितेंद्र यादव ने कहा कि भू जल संरक्षण में बरसाती पानी तथा गंदे पानी को हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार जिन विभागों को जो भी जिम्मेवारी मिली है वे सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुरूप पूरा करना सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने कहा कि जिला फरीदाबाद में बल्लभगढ़, फरीदाबाद और तिगांव जोन में अलग-अलग चरणों में जल संरक्षण के लिए गंदे पानी तथा बरसाती पानी के हारवेस्टिंग सिस्टम के लिए जो भी हिदायतें सरकार ने दी है उनके अनुरूप कार्य करना सुनिश्चित करें।
केंद्रीय जल संरक्षण अधिकारी एस.के. मोहिदीन ने कार्यशाला में फरीदाबाद के बल्लभगढ़, फरीदाबाद और तिगांव ब्लॉकों में अलग-अलग क्षेत्रों में मैदानी, यमुना के क्षेत्रों पहाड़ी क्षेत्रों में गिरते भूजल स्तर की वास्तविक रिपोर्ट के बारे बारीकी से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि भूजल को रिचार्ज करके ही बढ़ाया जा सकता है। रूट आफ हार्वेस्ट इनवेस्ट करके शहर तथा गांव में गंदे पानी की निकासी का स्थाई समाधान और उस पानी का बेहतर तरीके से हार्वेस्टिंग करके बरसाती पानी के संरक्षण के लिए बेहतर तरीके से कार्य करके इसका सदुपयोग किया जा सकता है।
प्रशिक्षण में अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान सहित सिंचाई, पंचायती राज, एमसीएफ, किसान एवं कल्याण विभाग और बैठक से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।