Faridabad News, 11 July 2020 : हरियाणा के तकनीकी शिक्षा मंत्री अनिल विज ने विद्यार्थियों को अवसरों का लाभ उठाने के लिए सही कौशल प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया।
जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा आयोजित दो दिवसीय ‘ऑनलाइन ग्लोबल एचआर कॉन्क्लेव’ में उद्घाटन सत्र में विद्यार्थियों के नाम अपनेे संदेश में तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण अनिश्चिता और भविष्य को लेकर दुविधा का वातावरण जरूर है लेकिन यह समय जल्द ही गुजर जायेगा और अच्छा समय आयेगा। उन्होंने कहा कि कठिन समय हमें खुद को परखने का अवसर देता है। इसलिए, युवा वर्ग को अपने कर्तव्यों का निवर्हन करते हुए इस समय का सदुपयोग करना चाहिए। कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की। इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक श्री महेंद्र कुमार गुप्ता, आईबीएफ आॅटोमेटिव प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सुदामा मैत्रा, एक्सपोनर टेक्नीक के प्रबंध निदेशक मंदीप सचदेवा आमंत्रित वक्ता तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कॉन्क्लेव का आयोजन विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ द्वारा स्टार्ट-अप और इनोवेशन प्रकोष्ठ के सहयोग से किया जा रहा है।
श्री अनिल विज ने एचआर कॉन्क्लेव के आयोजन को विश्वविद्यालय की सराहनीय पहल बताते हुए कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों को इंडस्ट्री से जुड़ने और सीखने का अवसर देते है।
सत्र को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर अनिश्चिता ने एक नई सामान्य परिस्थितियों को जन्म दिया है और अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि यह परिस्थितियां कब तक रहेंगी। इसलिए, हमें प्रौद्योगिकीय समाधानों को लेकर आगे चलना होगा और परिस्थितियों से निपटने के लिए खुद को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाना होगा। उन्होंने कहा कि हवा और पानी की भांति आज इंटरनेट ब्राॅडबैंड जीवन का अहम हिस्सा बन गया है। प्रो. दिनेश कुमार ने वायरलैस तकनीक में भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस के योगदान को भी याद किया।
इस अवसर पर बोलते हुए रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक श्री महेंद्र कुमार गुप्ता ने भारतीय रेलवे द्वारा कोरोना महामारी से बचाव एवं रोकथाम के लिए किये जा रहे उपायों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रेलवे द्वारा 300 से ज्यादा प्रशिक्षण केेन्द्रों के माध्यम से कर्मचारियों को आनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा ई-फाइल के माध्यम से कामकाज को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसकेे अलावा, रेलवे द्वारा विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए आनलाइन परीक्षा का आयोजन किया, जिसमें 2 करोड़ से ज्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री सुदामा मैत्रा तथाा श्री मंदीप सचदेवा ने विद्यार्थियों को नई प्रौद्योगिकी के उभरते क्षेत्रों के साथ-साथ साफ्ट स्किल्स पर विशेष ध्यान देने के लिए प्रेरित किया।
इससे पहले विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट, एलुमनी और कॉरपोरेट मामलों के डीन डॉ. विक्रम सिंह ने दो दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि कॉन्क्लेव में लगभग 1300 विद्यार्थी हिस्सा ले रहे है, जिसमें विश्वविद्यालय, संबद्ध कालेजों के अलावा अन्य राज्यों के प्रतिभागी भी शामिल है। उन्होंने बताया कि कॉन्क्लेव के दौरान विभिन्न उप-विषयों पर पांच संवाद सत्र आयोजित किये जायेंगे, जिसमें भविष्य में प्रशिक्षण एवं विकास कार्यक्रम, मानव संसाधन में नई प्रौद्योगिकी, ऑनलाइन शिक्षा के अवसर, कंपनियों की संसाधन योजना तथा युवा इंजीनियरों के लिए उभरते करियर विकल्पों को लेकर चर्चा होगी। इस चर्चा में 26 प्रतिष्ठित कंपनियों तथा संस्थानों से मानव संसाधन विषयों के जानकार हिस्सा ले रहे है तथा वे विद्यार्थियों के साथ संबंधित विषय पर चर्चा करेंगे तथा रोजगार के भावी अवसरों को लेकर उपयोगी जानकारी देंगे।