Faridabad News, 08 Feb 2021 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के लिबरल आर्ट्स एवं मीडिया स्टडीज विभाग द्वारा ट्रांसमीडिया स्टोरीटेलिंग पर आयोजित मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम आज प्रारंभ हो गया। इस सम्मेलन में शोधकर्ताओं, संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों सहित देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 300 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की। सत्र में आल इंडिया रेडियो के सहायक निदेशक जैनेंद्र सिंह तथा राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय से प्रोफेसर प्रसन्नशु जैन मुख्य वक्ता रहे। सत्र में कुलसचिव डा. एस. के. गर्ग तथा विभागाध्यक्ष प्रो. डा. अतुल मिश्रा भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन डाॅ दिव्यज्योति सिंह द्वारा वर्चुअल संवाद के माध्यम से किया गया।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने विभिन्न विषयों के विद्यार्थियों के लिए मीडिया पाठ्यक्रम की महत्वता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि रेडियो सहित संचार के नए माध्यमों ने जनसंचार की व्यापकता को बढ़ा दिया है। आज प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी तरह से जनसंचार माध्यमों से जुड़ा हुआ है, जिसके इसका महत्व बढ़ गया है। इस अवसर पर कुलपति ने प्रतिभागियों के साथ अपने अनुभव भी साझे किये।
इस अवसर पर बोलते हुए जैनेंद्र सिंह ने ट्रांसमीडिया स्टोरीटेलिंग की अवधारणा की व्याख्या की तथा क्रॉस-मीडिया एवं ट्रांसमीडिया के बीच अंतर को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि किसी कहानी को प्रभावी ढंग से बताने का ट्रांसमीडिया स्टोरीटेलिंग एक प्रभावी तरीका हो सकता है लेकिन यह तभी संभव है, यदि इस तकनीक के लिए आवश्यक चीजों एवं बातों का ध्यान रखा जाये। उन्होंने मार्केटिंग एंड एडवरटाइजिंग में ट्रांसमीडिया की उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला। शिक्षा में ट्रांसमीडिया को उपयोगी बताते हुए उन्होंने कहा कि यह सीखने की प्रक्रिया को सरल और प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण हो सकता है। उन्होंने कहा कि मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को सीखने का अवसर मिलेगा और वे लाभान्वित होंगे।
राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय से प्रो. प्रसन्नशु जैन ने साहित्यकार फ्रांज काफ्का के साहित्य से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों की जानकारी दी तथा प्रतिभागियों का ज्ञानवर्धन किया। सत्र को एनिमेशन एवं मल्टीमीडिया के सहायक प्रोफेसर आरको डे ने भी संबोधित किया तथा प्रतिभागियों को एनीमेशन से जुड़ी विषय-वस्तु पर उपयोगी जानी दी। सत्र के अंत में कुलसचिव डाॅ. एस.के. गर्ग ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।