फरीदाबाद, 6 दिसम्बर – जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों दाखिला लेने वाले नये विद्यार्थियों के लिए ऑफलाइन एवं ऑनलाइन मोड में एक सप्ताह का प्रेरण कार्यक्रम ( इंडक्शन प्रोग्राम) आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला पाने वाले लगभग 1300 से अधिक विद्यार्थी चरणबद्ध तरीके से हिस्सा ले रहे हैं।
इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन छात्र कल्याण कार्यालय द्वारा डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो लखविंदर सिंह और डिप्टी डीन डॉ अनुराधा पिल्लई की देखरेख में संचालित किया जा रहा है। उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ एस.के. गर्ग के साथ-साथ सभी डीन, विभागाध्यक्षों और वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
कुलपति श्री. राज नेहरू ने विश्वविद्यालय में नये विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रेरण कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की विभिन्न सुविधाओं से परिचित कराना है ताकि वे विश्वविद्यालय के नये माहौल में खुद को सहज बना सके। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को उनकी क्षमता निर्माण के लिए शैक्षणिक प्रणाली, अध्ययन एवं प्रयोगशाला की सुविधाओं और आउटरीच गतिविधियों के बारे में पता होना चाहिए और विद्यार्थियों को ऐसे कार्यक्रमों को पूरा लाभ उठाना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान तकनीकी एवं सांस्कृतिक क्लबों द्वारा प्रदर्शित प्रोजेक्ट एवं कार्य विद्यार्थियों के लिए मुख्य आकर्षण रहे। इन कार्यों के माध्यम से, विद्यार्थियों को सीनियर विद्यार्थियों के इनोवेटिव कार्यों एवं सृजनात्मक गतिविधिया के बारे में जानने का अवसर मिला, जिसने उन्हें प्रेरित किया।
विद्यार्थियों को करियर व रोजगार की जरूरतों के अनुरूप भी सॉफ्ट स्किल्स और प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इंडक्शन प्रोग्राम के दौरान रूचिकर गतिविधियाँ भी आयोजित की गई, जिसमें टीम निर्माण गतिविधियाँ, विशेषज्ञ व्याख्यान, और कैंपस ओरिएंटेशन सत्र शामिल रहे। इस दौरान करियर और परामर्श, विश्वविद्यालय के इंटरनेशनल अफेयर्स, एलुमनाई अफेयर्स, महिला कल्याण, डिजिटल गतिविधियों, पुस्तकालय एवं चिकित्सा सुविधाओं, प्रशिक्षण और रोजगार, स्टार्ट-अप और इंक्यूबेशन जैसे विभिन्न प्रकोष्ठों व केंद्रों पर भी प्रस्तुतियां दी गईं।
व्याख्यान सत्र में प्रेरक वक्ता विनय कुमार तोलाम्बिया ने विद्यार्थियों को लक्ष्य निर्धारण और जीवन संतुलन के बारे में बताया। कोविड प्रोटोकाॅल को ध्यान में रखते हुए इंडक्शन प्रोग्राम को विद्यार्थियों की सुविधा के लिए विभिन्न बैच में बांटा गया था।