Faridabad News : हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि कौशल विकास के क्षेत्र में हरियाणा तेज गति से आगे बढ़ रहा है। हरियाणा में 27 नए राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है तथा 22 आईटीआई को मॉडल आईटीआई के रूप में अपग्रेड किया जा रहा है तथा इसी साल से तीन नए राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान जो बकलाना हिसार, सूरेवाला हिसार व भोजावास महेन्द्रगढ़ में खोले गए हैं।
श्री गोयल विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर सैक्टर-18 स्थित राजकीय महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विश्व युवा कौशल दिवस पर आज प्रत्येक जिला व प्रत्येक आईटीआई में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। प्रदेश में हरियाणा कौशल विकास मिशन की स्थापना की गई है, जिसके तहत इस वर्ष 2 लाख 68 हजार युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। सरकार ने लोक कलाओं के आधुनिकीकरण पर भी ध्यान दिया है जिसके तहत बन्चारी की नगाड़ा जैसी कलाओं को माडर्न बनाने के लिए छह महीने के कोर्स शुरू किए जायेंगे, जिसके बाद हरियाणा की यह कलाएं विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना सकेंगी। उन्होंने कहा कि पलवल में 950 करोड़ रूपये की लागत से हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है। जिसमें आईटीआई के डिप्लोमाधारक विद्यार्थियों के लिए स्नातक व स्नातकोतर स्तर के कोर्स करने का रास्ता खुल जायेगा। इस विश्वविद्यालय के बनने से बेरोजगारी पूरी तरह खत्म होगी तथा प्रदेश के हुनरमंद बच्चे उद्योगों में सीईओ जैसे उच्च पदों तक पहुंचेंगे।
विपुल गोयल ने कहा कि हरियाणा सरकार का प्रयास है कि प्रदेश का हर युवा किसी न किसी कला में दक्ष हो, इसलिए सरकार ने कौशल विकास पर बहुत अधिक ध्यान दिया है। सरकार के प्रयासों से ही इज ऑफ डूइंग बिजनेस में प्रदेश तीसरे स्थान पर पहुंच गया है जोकि प्रदेश के लिए गौरव की बात है। गत दिनों केन्द्रीय मंत्री धमेन्द्र प्रधान ने भी हरियाणा में कौशल विकास के क्षेत्र में हुए प्रयासों की खुले मन से प्रशंसा की थी और कहा कि हरियाणा इस क्षेत्र में रोल मॉडल के रूप में उभरा है और जल्द ही यह प्रदेश कौशल विकास के क्षेत्र में देश में लीड करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने कौशल विकास के साथ-साथ उद्यमशीलता पर जोर दिया है। सरकार ने कई कम्पनियों के साथ एमओयू किया है जिसमें आईटीआई में पढऩे वाले बच्चे थ्योरी कलासें से तो आईटीआई में लगायेंगे तथा इसके प्रैक्टिकल कम्पनियों में करेंगे। सरकार ने इस वर्ष 2&8 प्राईवेट आईटीआई व 159 राजकीय आईटीआई में 91 हजार सीटें प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध करवाई हैं। हरियाणा राज्य ने इस दिशा में तेज गति से काम करने पर गत वर्ष चैम्पियन ऑफ चेंज-2017 का राजकीय राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त किया। प्रदेश के जिन 22 निजी संस्थानों में 5 प्रतिशत से ज्यादा अप्रैन्टिशिप लगाए उनको सक्षम साथी के तौर पर हरियाणा सरकार द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हरियाणा विश्वकर्मा स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, हरियाणा स्किल डेवलपमेंट मिशन और रोजगार विभाग ने 6 बड़ी कम्पनियों के साथ एमओयू साइन किए जिनमें जगुआर, एचडीएफसी, जेबीएम, जी4एस, ओला और उबर कम्पनियां शामिल हैं। एमओयू के तहत हरियाणा की 50 हजार से ’यादा युवाओं को ट्रेनिंग और नौकरी मिलेगी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय द्वारा तैयार ड्राईवर हैंड बुक का विमोचन भी किया।
हरियाणा कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण व रोजगार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी.सी. गुप्ता ने कहा कि हरियाणा कौशल विकास के क्षेत्र में देश के अग्रणीय राज्यों में शामिल हो गया है। अब आईटीआई व अन्य संस्थानों में कोर्स करने वाले बच्चो को इतना दक्ष बनाया जायेगा कि उन्हें कोर्स करने के तुरन्त बाद नौकरी मिले। उन्होंने कहा कि सैक्टर-18 की महिला आईटीआई को आगामी तीन महीनों में मॉडल आईटीआई बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों में कौशल विकास के क्षेत्र में हरियाणा में ठोस कार्यवाही हुई है। बच्चो को उद्योगों में अप्रैन्टिशिप के अच्छे अवसर प्रदान किए जा रहे हैं जिस कारण विद्यार्थी कोर्स के साथ-साथ अपने हुनर में दक्ष हो रहे हैं।
इससे पहले हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय के कुलपति एवं हरियाणा कौशल विकास मिशन के निदेशक राज नेहरू ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि भारत शिक्षा व कौशल के क्षेत्र में प्राचीन समय से ही आगे रहा है। सरकार ने देश का पहला कौशल विकास विश्वविद्यालय हरियाणा में बनाया, जिस कारण भविष्य में उद्योगों की मांग के अनुसार ही दक्ष बन्दे निकलेंगे। गत दिनों विश्वकौशल प्रतियोगिता में विश्वकर्मा विश्वविद्यालय के दो बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय स्थान पर पहुंचे। इससे यह साबित है कि जिस प्रकार हरियाणा खेलों में आगे है उसी प्रकार कौशल विकास में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।
कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के निदेशक आरसी बिढान ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया और कहा कि सरकार युवाओं को दक्ष बनाने में काफी पैसा खर्च कर रही है जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आने शुरू हो गए हैं। विभाग के उपनिदेशक संजीव शर्मा ने कौशल विकास की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर उपायुक्त अतुल कुमार द्विवेदी, एसडीएम फरीदाबाद सतबीर मान, एसडीएम बडख़ल अजय चोपड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा, भाजपा नेता विजय शर्मा सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।