Faridabad News, 02 April 2019 : लोकसभा आम चुनाव-2019 में चुनाव या मतदाता को प्रभावित करने के धन का प्रयोग किया जाता है तो अवैध धन के संबंध में टोल फ्री नंबर 18001804815 पर सूचना दी जा सकती है। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा।
यह जानकारी हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) राजीव रंजन ने मंगलवार को आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। वे वीसी के माध्यम से लोकसभा चुनाव के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने प्रभावी चुनाव प्रबंधों के संबंध में अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
सीईओ राजीव रंजन ने कहा कि चुनाव आयोग पूर्णत: निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव करवाने के लिए कटिबद्घ है और इसके लिए हर प्रकार के प्रबंध किए जा रहे हैं। आदर्श आचार संहिता की अनुपालना सुनिश्चित करने तथा चुनाव को प्रभावित करने की कोशिशों को नाकाम करने के लिए समुचित तैयारियां की गई हैं। प्रत्येक जिला में टोल फ्री नंबर 1950 स्थापित करवाने के साथ-साथ सूचनाओं व जानकारियों के लिए लैंड लाइन नंबर, ई-मेल आईडी, सी विजिल एप के साथ-साथ अब टोल फ्री नंबर 1800-180-4815 स्थापित किया गया है जो दिन में 24 घंटे लगातार काम करेगा। इस नंबर पर फोन करके कोई भी नागरिक चुनाव में अवैध रूप से इधर-उधर किए जा रहे धन के संबंध में सूचना दे सकता है जिस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी तथा सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
सीईओ कहा कि चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों में जिन पर क्रिमिनल केस दर्ज हो वे उसका पूरा विवरण नामांकन पत्र के साथ अवश्य दें और चुनाव प्रचार-प्रसार के दौरान कम से कम तीन बार इसे आमजन में सार्वजनिक किया जाए।
उन्होंने निर्देशित किया कि सभी जिलों में अवैध रूप से संग्रहित की जा रही शराब को पकडऩे के लिए टीमें गठित की जाएं और शिफ्टों में ड्यूटी लगाकर अवैध शराब व अन्य नशीले पदार्थों पर रोक लगाई जाए। उन्होंने कहा कि सभी जिला निर्वाचन अधिकारी आबकारी अधिकारियों के माध्यम से शराब ठेकों में वर्तमान तथा गत वर्ष के स्टॉक की जानकारी लेकर इनका तुलनात्मक अध्ययन करें और यदि कहीं विसंगतियां नजर आती हैं तो जरूरी कार्रवाई करें।
सीईओ ने कहा कि इस बार चुनाव में ईडीएमएस (इलेक्शन डयूटी मैनेजमेंट सिस्टम) भी विकसित किया गया है।
उन्होंने कहा कि सभी सेक्टर ऑफिसर्स तथा मतदान प्रक्रिया से जुड़े तमाम अधिकारियों-कर्मचारियों को ईवीएम व वीवीपैट मशीनों के संचालन व रखरखाव के संबंध में प्रशिक्षित करें ताकि ये जरूरत पडऩे पर इन मशीनों का संचालन कर सकें।
उन्होंने सभी जिलों के अधिकारियों से भारत निर्वाचन आयोग के इलेक्शन प्लानर की अनुपालना, सभी मतदान केंद्रों की फिजिकल वेरीफिकेशन, विभिन्न प्रकार की सामग्री की दरें निर्धारित करने, वीडियो कैमरा, फोटो कैमरा व वेब कैमरा आदि को हायर करने, नोडल ऑफिसर्स की नियुक्ति, पड़ोसी राज्यों के साथ की जाने वाली बैठक, अधिकारियों-कर्मचारियों के विधिवत् प्रशिक्षण, दिव्यांग मतदाताओं की पहचान, मतदाता जागरूकता गतिविधियों, राजनीतिक दलों के साथ की जाने वाली बैठकों व चुनाव से संबंधित शिकायतों के समाधान सहित अन्य विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी लेते हुए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। मतदान के प्रति जागरूकता अभियान चलाने के साथ साथ एक जनवरी 2001 में जन्मे युवाओं की मतदान में अधिकतम भागीदारी बारे चर्चा की गई। बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी अतुल कुमार, अतिरिक्त उपायुक्त धर्मेन्द्र सिंह, सीटीएम श्रीमती बैलीना, एसडीएम सतबीर सिंह, त्रिलोक चंद, ओ हुड्डा भारत भूषण गोगिया, डीआरओ डा. नरेश कुमार, चुनाव तहसीलदार दिनेश कुमार सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।