Faridabad News, 18 Feb 2020 : हरियाणा राज्य के प्री-बजट चर्चा के दूसरे दिन मंगलवार को प्रथम सत्र में खेलों पर चर्चा करते हुए बडखल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सीमा त्रिखा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सुझाव दिया कि राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ लगते केएमपी एक्सप्रेस-वे के साथ लगती जमीन पर 250-300 एकड़ क्षेत्रफल में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के हरियाणा खेल-गांव की स्थापना की जाए, जिससे खेल-गांव में खेलों के लिए आने वाले खिलाड़ी जो कि यहां बेहतरीन प्रशिक्षण पाकर कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेकर हरियाणा राज्य को एक नई पहचान दिलाएंगे और इसके साथ ही हरियाणा खेल-गांव में कई तरह के खेलों के राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों का आयोजन भी होगा जिससे भी हरियाणा राज्य के राजस्व में अभूतपूर्व वृद्धि होगी क्योंकि फरीदाबाद जिले के साथ जहां एक ओर उत्तर प्रदेश, दूसरी तरफ राजस्थान और तीसरी ओर दिल्ली राज्य की सीमाएं लगती हैं, इसलिए इस खेल गांव की स्थापना पलवल या फरीदाबाद के आसपास की जाती है तो इससे हरियाणा राज्य के राजसव में अभूतपूर्व वृद्धि होगी। इसके साथ ही हरियाणा की खेल-नीति जो कि पिछले पांच वर्षों में पूरे भारत में नंबर-1 रही है वह और आगे बढ़ेगी।
दूसरे सत्र में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विषय पर अपने विचार रखते हुए सीमा त्रिखा ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता किसी भी सरकार का एक ऐसा विभाग है जिसमें सरकार के सभी विभागों का समावेश है। उन्होंने कहा कि जैसे कि प्राचीन समय में व्यवस्था थी कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी कमाई का दशांश समाज तथा अपने परिवार में धर्म एवं पुण्य के कार्य करने के लिए निकालता था, वैसा ही कार्य आज समाज कल्याण एवं अधिकारिता विभाग द्वारा पेंशन तथा विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाकर अपनी सेवाएं आमजन एवं जरूरतमंद व्यक्तियों को मदद दे रहा है। इसलिए सरकार के हर विभाग द्वारा 5 से 10 प्रतिशत हिस्सा इस विभाग को दिया जाए जिससे कि समाज के अभावग्रस्त व्यक्ति जो समाज में कहीं न कहीं पीछे छूट जाते हैं वे भारतीय जनता पार्टी की रीढ़ की हड्डी के मूलमंत्र अन्तयोदय एवं समरसता इन दोनों मंत्रों को पूरा करते हुए अभावग्रस्त लोगों के उपचार तथा अभावग्रस्त परिवारों के बच्चों की शिक्षा एवं उन घरों में बच्चों की शादी-विवाह में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
विधायक ने सुझाव देते हुए कहा कि समाज में महिलाओं की स्थिति को और सूदृढ़ करने की आवश्यकता है क्योंकि एक सुदृढ़ महिला ही स्वस्थ समाज की नींव रख सकती है। समाज में किसी बच्चे के सिर से पिता का साया उठ जाने, दुर्घटना में मृत्यु, माता-पिता में तलाक या कोई भी अन्य कारण से इन सारी परिस्थितियों में महिला एवं उनके बच्चों की स्वास्थ्य एवं शिक्षा सुविधाएं पूर्णत मुफ्त दी जाएं।
इस चर्चा में विधायक सीमा त्रिखा ने सुझाव देते हुए कहा कि जो भी बच्चे घरों में अपने माता-पिता के नाम पर बिजली मीटर लगवाएं तथा अपने माता-पिता का पूर्ण मान-सम्मान करें उन्हें बिजली बिलों में 15-20 प्रतिशत की छूट दी जाए। इससे समाज में बढ़ रही एकल परिवार की सोच पर रोक लगेगी और वृहद परिवारों का इजाफा होगा जो कि समाज के उत्थान के लिए बेहद जरूरी है।