विधानसभा में उठाएंगे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज का मुद्दा : ललित नागर

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Faridabad News : पिछले 27 दिनों से नेहरु कालेज के समक्ष अपनी मांगों को लेकर एनएसयूआई के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री के नेतृत्व में शांतिपूर्वक धरना दे रहे छात्र-छात्राओं पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज की तिगांव विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक ललित नागर ने कड़ी निंदा करते हुए इसे प्रशासन व सरकार का तानाशाही रवैया करार दिया। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार ने अंग्रेजों के शासनकाल की याद ताजा कर दी, जब अपने हकों की मांग करने वालों के खिलाफ लाठियां भांजी जाती थी और लोगों की आवाज को इसी प्रकार दबाने का काम किया जाता था। श्री नागर आज नेहरु कालेज के समक्ष धरने पर बैठे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं से मिलने के उपरांत उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर होडल के विधायक उदयभान के सुपुत्र दिवेश, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व पार्षद जगन डागर मुख्य रुप से मौजूद थे। इस दौरान कांग्रेसी नेताओं एवं छात्र-छात्राओं ने खट्टर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपना रोष जाहिर किया। गौरतलब है कि शुक्रवार को नेहरु कालेज के समक्ष धरना दे रहे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, जिसमें कई छात्र-छात्राएं जख्मी हो गए थे और पुलिस ने 9 छात्रों को हिरासत में भी ले लिया था परंतु बाद में कांग्रेसी नेताओं के हस्तक्षेप के बाद इन छात्रों को रिहा कर दिया गया था। शनिवार को भी एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने अपना धरना जारी रखा और प्रशासन द्वारा बरते गए व्यवहार की निंदा की। विधायक ललित नागर ने धरने पर पहुंचकर छात्रों से उनका कुशलक्षेम पूछते हुए उनकी सभी मांगों को जायज करार देते हुए कहा कि लोकतंत्र को सभी को अपनी बात रखने का हक है। एनएसयूआई के छात्र-छात्रा सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए पिछले 26 दिनों से शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे परंतु पुलिस कर्मियों ने उन पर जो लाठीचार्ज किया है, वह गलत है और ऐसे दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने छात्र-छात्राओं को विश्वास दिलाया कि उनके साथ हुए इस अन्याय की आवाज को वह पुरजोर तरीके से विधानसभा के पटल पर रखकर मुख्यमंत्री सहित समूची भाजपा सरकार को घेरने का काम करेंगे। छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए जगन डागर व दिवेश कुमार ने इस घटना की निंदा करते हुए क खट्टर सरकार छात्र विरोधी सरकार करार देते हुए कहा कि इस घटना का खामियाजा उन्हें आने वाले दिनों में भुगतना पड़ेगा। एनएसयूआई के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने कहा कि उन पर धरना खत्म करने का दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन जब उन्होंने देखा कि पुलिस ने बर्बरता के साथ बच्चों को पीटा है तो उन्होंने धरना जारी रखने का फैसला किया क्योंकि पुलिस ने लाठीचार्ज करने के बावजूद लाठीचार्ज करने से इंकार किया था इसलिए उन्होंने धरने को पहले की भांति चलने दिया और सभी कार्यकर्ता शुक्रवार की रात्रि को धरनास्थल पर सोए थे और जब तक सरकार उनकी जायज मांगों को मान नहीं लेती, तब तक उनका धरना जारी रहेगा। इस मौके पर विकास फागना, मनीष कुमार, गौरव कौशिक, रवि रावत, सौरव सिंह, आकाश, नितिन यादव, प्रवेश कुमार, दीपक, आरिफ, सोनू सिंह, देव चौधरी, लक्ष्मण, खुशबू चौधरी, हेमा चौधरी, संध्या सिंह, सुनीता, सीमा रानी, बिमला, राहुल सूरज, योगेश कुमार, शिवम कुमार, अभिषेक शर्मा सहित अनेकों छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

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