Faridabad News, 15 Sep 2020 : उपमंडल अधिकारी (ना.) फरीदाबाद जितेंद्र कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद हम आपातकाल की स्थिति में है। इस तरह की स्थिति में बच्चों को शिक्षित करना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। इसी जिम्मेदारी को समझते हुए हमें ऑनलाईन तरीके से प्रत्येक विद्यार्थी तक कक्षा का लाभ पहुंचाना है। उपमंडल अधिकारी (ना.) फरीदाबाद मंगलवार को लघु सचिवालय के छठे तल स्थित कॉन्फ्रेंस हाल में शिक्षा विभाग की सक्षम योजना की समीक्षा कर रहे थे।
उपमंडल अधिकारी (ना.) फरीदाबाद ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह सभी शिक्षकों को निर्देश दें कि वह अपनी कक्षा के बच्चों को ऑनलाईन ढंग से पढ़ाएं। जिन बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं हैं उनके लिए किसी रिश्तेदार के स्मार्टफोन या अन्य सुविधा देने के लिए शिक्षा मित्रों की संख्या भी बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है और हमें इसे गभीरता से निभाना है। उन्होंने कहा कि कुछ बच्चों के परिजनों के पास स्मार्टफोन होता है। ऐसे में हम शाम के समय की कक्षाएं भी आयोजित कर सकते हैं।
मीटिंग में निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि हमें ऑफलाईन व ऑनलाईन कक्षा में कोई भी अंतर नहीं रखना है। इस दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फरीदाबाद ब्लॉक सक्षम घोषित हो चुका है। अब अगले चरण में सीसीटी (क्रिएटिव एंड क्रिटिकल थिंकिंग) स्तर की तरफ आगे बढऩा है। इस स्तर में सातवीं, आठवीं व नवीं कक्षा के विद्यार्थियों को लिए हिंदी, विज्ञान व गणित विषय को शामिल किया गया है। इन विषयों को बच्चे बेहतर ढंग से कैसे समझ सकते हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अध्यापकों के लिए इस संबंध में उन्मुखीकरण (ओरियंटेशन) कार्यक्रम भी शुरू किया गया है। शिक्षा विभाग द्वारा इस पूरे कार्यक्रम को लेकर एक पावर प्वाइंट प्रोजेंटेशन भी मीटिंग में दी गई।
इस पर उपमंडल अधिकारी (ना.) फरीदाबाद जितेंद्र कुमार ने कहा कि शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी, एआरसी व एबीआरसी सभी अध्यापकों को इस कार्य के लिए जागरूक करें। अध्यापक पोटर्ल पर दिए गए सेलेबस को अवश्य पढ़ें ताकि इसका लाभ विद्यार्थियों को मिल सके। उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रत्येक समस्या का समाधान करना हमारा कर्तव्य है और हमें इसे प्रत्येक स्थिति में पूरा करना है। मीटिंग में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी रूपाला सक्सेना, खंड शिक्षा अधिकारी फरीदाबाद जोगेंद्र कौर, खंड शिक्षा अधिकारी बल्लभगढ़ अंजू मान, विभिन्न स्कूलों के प्राचार्यों सहित शिक्षा विभाग व डाईट पाली के अध्यापक भी मौजूद थे।