Faridabad News, 17 Oct 2019 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने एश्लाॅन इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग (ईआईटी), फरीदाबाद की अंतरिम संबद्धता को समाप्त कर दिया है।
यह निर्णय एश्लाॅन इंस्टीट्यूट द्वारा विश्वविद्यालय के संबद्धता अध्यादेश में निर्धारित शर्तों को पूरा न करने के कारण लिया गया है, जिसमें अध्यादेश में निर्धारित निरीक्षण प्रक्रिया में सहयोग न देना शामिल है।
विश्वविद्यालय द्वारा एश्लाॅन इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग, फरीदाबाद के निदेशक-प्राचार्य को जारी आदेशों में कहा गया है कि प्रत्येक संबद्ध संस्थान को विश्वविद्यालय के संबद्धता अध्यादेश में निर्धारित संबद्धता की शर्तों का पालन अनिवार्य है और उक्त अध्यादेश के अनुसार निर्धारित निरीक्षण प्रक्रिया के माध्यम से किसी भी संस्थान में शैक्षणिक कार्यक्रमों के अंतरिम संबद्धता को वर्ष-दर-वर्ष जारी रखा जाता है। जबकि एश्लाॅन इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग, फरीदाबाद ने शुरूआत में ही विश्वविद्यालय को निरीक्षण करने में सहयोग नहीं दिया। इसके उपरांत विश्वविद्यालय द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस सहित विभिन्न पत्रचार के बावजूद एश्लाॅन इंस्टीट्यूट शैक्षणिक वर्ष 2019-20 के लिए अपने अनंतिम संबद्धता को जारी रखने के लिए निरीक्षण करवाने में असफल रहा जोकि अनंतिम संबद्धता को जारी रखने के लिए अनिवार्य था।
एश्लाॅन इंस्टीट्यूट द्वारा दिया गया ‘कारण बताओ नोटिस’ का जवाब भी संतोषजनक नहीं पाया गया। इसके बावजूद, विश्वविद्यालय द्वारा एश्लाॅन इंस्टीट्यूट को निरीक्षण का अंतिम अवसर प्रदान किया गया, लेकिन एश्लाॅन इंस्टीट्यूट इसका लाभ उठाने से भी वंचित रहा। इस प्रकार, विश्वविद्यालय के लिए एश्लाॅन इंस्टीट्यूट को वर्ष 2017 में संबद्धता अध्यादेश के अंतर्गत प्रदान किये गये अधिकार वापिस लेना आवश्यक हो गया था।
विश्वविद्यालय द्वारा जारी आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि एश्लाॅन इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग (ईआईटी), फरीदाबाद अकादमिक वर्ष 2019-20 से विश्वविद्यालय से संबद्ध नहीं है।