Faridabad News, 24 Nov 2019 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के प्रबंधन अध्ययन विभाग द्वारा औद्योगिक संबंध प्रकोष्ठ के सहयोग से विश्वविद्यालय परिसर में एक बिजनेस मीट का आयोजन किया। बिजनेस मीट का आयोजन प्रबंधन अध्ययन विभाग के पूर्व छात्रों के मिलन कार्यक्रम (एलुमनाई मीट) का हिस्सा था। कार्यक्रम में काफी संख्या में भूतपूर्व छात्रों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की। इस अवसर पर डीन (संस्थान) डॉ. संदीप ग्रोवर, डीन (प्रबंधन) डॉ. अरविंद गुप्ता, प्रबंधन अध्ययन विभाग के अध्यक्ष डॉ. आशुतोष निगम और प्रतिष्ठित संस्थानों से जुड़े भूतपूर्व छात्र उपस्थित थे। कार्यक्रम में परस्पर सहयोग विकसित करने को लेकर विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया गया।
सत्र में अपने उद्घाटन भाषण में, कुलपति प्रो दिनेश कुमार ने कहा कि पूर्व छात्र विश्वविद्यालय का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और संस्थान के विकास एवं विद्यार्थियों को परस्पर सहयोग प्रदान करने में उनकी हमेशा अहम भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि कोई भी विभाग पूर्व छात्रों के सक्रिय और गतिशील सहयोग के बिना विकास नहीं कर सकता। उन्होंने प्रबंधन विभाग को पूर्व छात्रों के साथ परस्पर संबंधों तथा तालमेल को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रबंधन अध्ययन विभाग विश्वविद्यालय की एक प्रमुख विभाग है और, इसके पूर्व छात्र विश्वविद्यालय की आवश्यकताओं को प्रभावी ढंग से पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
इससे पहले, कार्यक्रम में प्रो. आशुतोष निगम ने सभी पूर्व छात्रों का स्वागत किया तथा विभाग के पूर्व विद्यार्थियों के साथ परस्पर संबंधों को और अधित प्रगाढ़ बनाने में कार्यक्रम की महत्व पर प्रकाश डाला। विभाग के डीन डाॅ. अरविंद गुप्ता ने अपने संबोधन में प्रोफेशनल नेटवर्किंग के महत्व पर जोर दिया और विश्वास जताया कि यह कार्यक्रम विभाग एवं पूर्व छात्रों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने के साथ-साथ विशेषज्ञता के क्षेत्र में योगदान देगा। प्रो. संदीप ग्रोवर ने विभाग और पूर्व छात्रों के बीच निरंतर संपर्क और परस्पर सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रो. सुरेश बेदी ने उद्घाटन सत्र के मुख्य उद्देश्य पर विस्तार से चर्चा की, जिसमें विभाग और छात्रों के साथ पूर्व छात्रों का जुड़ाव, रोजगार के क्षेत्र में परस्पर सहयोग, तथा पूर्व छात्रों के साथ परस्पर चर्चा के लिए मंच एवं अवसर शामिल थे। चर्चा सत्र में पूर्व छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और औद्योगिक क्षेत्र में अपने के अनुभव साझा किये तथा शिक्षण प्रक्रिया को मजबूत बनाने तथा प्रासंगिक सहयोग प्रदान करने के लिए विचार रखे। पूर्व छात्रों ने परियोजना परामर्श, विशेष व्याख्यान और छात्रों को रोजगार मार्गदर्शन प्रदान करने की इच्छा व्यक्त की। कई पूर्व छात्रों ने इंटर्नशिप, लाइव प्रोजेक्ट, प्लेसमेंट और औद्योगिक भ्रमण और उद्यमिता संबंधी गतिविधियों की व्यवस्था में विभाग को सहयोग करने की पेशकश की। कई पूर्व छात्रों ने अपने कैरियर की प्रगति के लिए विभिन्न क्षेत्रों में प्रबंधन विकास में शाॅट टर्म सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव रखा। इस संदर्भ में, प्रो. बेदी ने बताया कि विभाग पहले से ही इंडस्ट्री प्रोफेशनल्स के लिए एमबीए एग्जीक्यूटिव पाठ्यक्रम और पीएचडी कार्यक्रम चला रहा है।
कार्यक्रम में निर्णय लिया गया कि परस्पर चर्चा को न्यूजलेटर, सोशल मीडिया समूहों, सेंट्रल एलुमनाई पोर्टल और एलुमनाई चैप्टर के माध्यम से आगे बढ़ाय जायेगा। अपने समापन भाषण में, प्रो. संदीप ग्रोवर ने विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किये जाने वाले शार्ट टर्म पाठ्यक्रमों के प्रस्ताव के लिए पूर्व छात्रों के बीच परस्पर विचार-विमर्श करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। कुलपति ने एलुमनाई मीट को सार्थक बनाने के लिए रखे गये विचार-विमर्श सत्र की अभिनव पहल की सराहना की।
इस अवसर पर कार्यक्रम के अंतर्गत, कई सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की गई, जिसमें गायन, कविता, नृत्य और कॉमेडी की प्रस्तुतियां शामिल रही। इन गतिविधियों में एमबीए और बीबीए के छात्रों और पूर्व छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर बेस्ट एलुमनस और बेस्ट एलुमना का चयन भी किया गया, जिसमें पंकज बंसल और खुशबू ने खिताब जीते।